प्रियंका गांधी के UP दौरों पर कांग्रेस ने जारी किया कैलेंडर, सपा-बसपा के वोट बैंक पर नजर!
जनवरी के कैलंडर में प्रयागराज से शुरू हुई प्रियंका की गंगा यात्रा की फोटो है, तो मार्च के कैलंडर में भदोही की गंगा यात्रा की फोटो लगाई गई है.
कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) का एक कैलंडर (Calendar) जारी किया गया है. जनवरी से लेकर दिसंबर तक प्रिंयंका गांधी के 12 राजनीतिक दौरों की फोटो इस कैलंडर के जरिए दर्शाई गई है. इसमें गंगा यात्रा से लेकर उम्भा नरसंहार के दौरान चुनार किले में नज़रबंदी तक की फोटो छपवाई गई है. इसके साथ ही रैलियों के दौरान प्रियंका के विभिन्न हाव-भाव को भी कैलंडर के जरिए दिखाया गया है.
गंगा यात्रा से लेकर चुनार में नजरबंदी तक की फोटो
जनवरी के कैलंडर में प्रयागराज से शुरू हुई प्रियंका की गंगा यात्रा की फोटो है, तो मार्च के कैलंडर में भदोही की गंगा यात्रा की फोटो लगाई गई है. अप्रैल के कैलंडर में चुनार किले में नजरबंदी के दौरान लोगों से मिलने की फोटो है. सोनभद्र के उम्भा में हुई 10 लोगों की हत्या के बाद प्रियंका गांधी वहां जाना चाह रही थीं, लेकिन, पुलिस ने उन्हें चुनार किले में नजरबंद कर दिया था.
कार्यकर्ताओं के लिए ही है कैलेंडर
कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हर कांग्रेस के घर में प्रियंका गांधी की मौजूदगी का एहसास कराना इसका मकसद है. उन्होंने बताया कि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को ये कैलंडर दिये जायेंगे.
सपा-बसपा के वोट बैंक पर नजर!लेकिन, कांग्रेस पार्टी ने इस कैलंडर के जरिए जातीय समीकरण को भी साधने का प्रयास किया है. कैलंडर के दायीं ओर जो तारीखें लिखी गई हैं वो राजनीति की चासनी से सराबोर हैं. इसमें उन सभी महापुरुषों से जुड़ी तारीखों का जिक्र है जिनपर बसपा या सपा अपना दावा करती आई है. मसलन 3 जनवरी को सावित्री बाई फुले की जयंती, 7 फरवरी को डॉ. बीआर अम्बेडर की पत्नी रमाबाई अम्बेडकर की जयंती का जिक्र है. यहां तक की 15 मार्च को कांशीराम की जयंती का भी जिक्र है.
इन सभी महापुरुषों पर बसपा अपना दावा मानती है. अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले सुहेलदेव महाराज की जयंती का भी जिक्र है. 10 फरवरी को पैदा हुए सुहेलदेव राजभरों के राजा थे. इसके अलावा कुशवाहा समाज में अपनी छाप छोड़ने वाले बाबू जगदेव प्रसाद की जयंती का भी जिक्र किया गया है. वैसे तो जयंती का जिक्र और भी कैलंडर में होता है, लेकिन सरकारी छुट्टी के तौर पर. कांग्रेस के इस कैलंडर में दी गई तारीखों में से किसी दिन भी सरकारी छुट्टी नहीं होती.