अमेठी पुलिस का कारनामा मृतकों के जेवर और रुपए कर दिए गायब, गाड़ी के टायर भी निकाले
अमेठी पुलिस (Amethi Police) पर सड़क हादसे में मारे गए छह लोगों के सोने के जेवर और नकदी पर हाथ साफ करने का आरोप लगा है. इस मामले पर अमेठी एसपी ख्याति गर्ग (SP Khyati Garg) ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उत्तर प्रदेश के अमेठी में पुलिस का एक और कारनामा सामने आया. पुलिस ने सड़क हादसे में मारे गए छह लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाय उनके सोने के जेवर और नकदी पर ही हाथ साफ कर दिया. इतना ही नहीं, अमेठी पुलिस (Amethi Police) ने उस गाड़ी के टायर भी गायब कर दिया, जिससे हुए हादसे में सभी 6 लोगों की मौत हुई थी. जबकि अमेठी एसपी ख्याति गर्ग (SP Khyati Garg) ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में है और पूरे मामले की जांच कराई जाएगी.
लाश से पैसा और जेवर उठाने का पुलिस पर आरोप
मामला अमेठी कोतवाली के भरेथा गांव का है, जहां के रहने वाले प्रधानपति कल्पनाथ कश्यप अपने दो सगे भाइयों और तीन दोस्तों के साथ गौरीगंज से वापस अपने गांव आ रहे थे. 20 जनवरी की देर रात कल्पनाथ की बोलेरो गाड़ी और सामने से आ रहे ट्रक में भीषण टक्कर हो गई, जिसमें बोलेरो सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि एक ने ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. मृतक कल्पनाथ कश्यप के भतीजे दयाशंकर ने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद जब सभी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने मृतकों के गले में सोने की चेन और अंगूठी के साथ हजारों रुपए होने की बात पुलिस को बताई. इसके बाद पुलिस द्वारा बताया गया कि सारा सामान कोतवाली में रखा है आप आकर ले लीजिए. अगले दिन परिजन जब सुबह थाने गए तो पुलिस की तरफ से उन्हें 1760 रुपए सुपुर्द किए गए और कहा गया कि इतना ही पैसा उन लोगों के पास था. जबकि परिजनों का कहना है कि 2 मृतकों के गले में सोने की चेन थी और 50 हजार रुपए नगद था, जिसे पुलिस द्वारा गायब कर दिया गया है. इतना ही नहीं जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ था उस गाड़ी के चारों टायर भी किसी पुलिस कर्मी द्वारा निकलवा लिए गए हैं.
अमेठी एसपी ने कही कार्रवाई की बात
फिलहाल इस मामले पर अमेठी एसपी ख्याति गर्ग ने न्यूज़ 18 से कहा कि मामला मेरे संज्ञान में है और पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. इस दौरान जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि इस हादसे के बाद खुद सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने अमेठी आकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी और हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया था. हालांकि मृतकों के परिजनों के आरोप ने अमेठी पुलिस की इस कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है.