छुट्टी नहीं मिली तो सब इंस्पेक्टर ने लगाई फांसी, सदमे में बीमार मां ने तोड़ दिया दम
कमलापुर गांव निवासी एसआई रमाकांत सचान ने शुक्रवार सुबह आठ बजे के करीब रोजाना की तरह अपना काम किया. वे फिर अपने आवास पर आए और पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली.
उत्तर प्रदेश में महोबा जिले की शहर कोतवाली में तैनात सब-इंस्पेक्टर (एसआई) ने अपने सरकारी आवास में शुक्रवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह सूचना मिलने पर सदमे में आई उसकी बीमार मां की भी मौत हो गई.
एसआई रमाकांत सचान (59) के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना मिलने पर उसके चाचा अविनाश सचान और दामाद जसवंत सचान कोतवाली आए. उन्होंने बताया कि फांसी लगाकर आत्महत्या की सूचना पुलिस के जरिए उन्हें मिली थी.
रमाकांत की मां पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी. परिजनों ने आरोप लगाया कि रमाकांत बीमार मां के इलाज के लिए छुट्टी मांग रहे थे, लेकिन मालखाने का चार्ज छोड़ने से पहले उसे छुट्टी नहीं दी गई, जिससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया.
हालांकि, शहर कोतवाल विपिन कुमार त्रिवेदी ने बताया कि एसआई पिछले पांच सालों से यहां तैनात था. प्रयागराज ट्रांसफर होने पर उसने तीन साल का चार्ज दे दिया था और दो साल का चार्ज बाकी था. रमाकांत पर चार्ज छोड़ने का कोई दबाव नहीं था.
कानपुर जिले के सजेती थाना क्षेत्र के कमलापुर गांव निवासी एसआई रमाकांत सचान ने शुक्रवार सुबह आठ बजे के करीब रोजाना की तरह अपना काम किया. इसके बाद वे कोतवाली परिसर में बने अपने सरकारी आवास में पहुंचे और वहां पंखे की हुक से गमछे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.