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गाजीपुर: छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा, बंद किए गए स्कूल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कोहरा, गलन और कड़ाके की ठंड से जनजीवन बेहाल हो गया है। गुरुवार को पूरे दिन भगवान भास्कर के दर्शन नहीं होने से लोग कांपते रहे। पारा गिरकर गुरुवार को एक समय सबसे न्यनूतम स्तर छह डिग्री सेल्सियम पर पहुंच गया। वहीं अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। ठंड से राहत पाने के लिए लोग सड़क के किनारे जगह-जगह अलाव जलाकर तापते रहे। ठंड का आलम यह रहा है गुरुवार की दोपहर में ही डीएम के निर्देश पर बीएस श्रवण कुमार द्वारा कक्षा एक से आठ तक के स्कूलों को 29 दिसंबर तक बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया। वहीं डीआइओएस डा. ओपी राय ने सभी माध्यमिक स्कूलों में 10 से दो बजे तक पठन-पाठन करने का निर्देश दिया है।

कड़ाके की ठंड ने सभी को हाल-बेहाल कर रखा है। भोर में घना कोहरा होने के कारण वाहन हेड लाइट की रोशनी में रेंगते नजर आ रहे थे। सुबह होते ही लोग घरों से निकले लेकिन गलन में उनको घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया। पूरे दिन भगवान भास्कर के दर्शन नहीं होने के कारण लोग कांपते रहे। दुकानों के बाहर व्यापारी अलाव जलाकर राहत ले रहे थे। गलन और कोहरा होने के कारण बच्चे कांपते हुए स्कूल पहुंचे। शाम होते ही लोग घरों की ओर रवाना होने लगे। सड़कों पर आम दिनों की अपेक्षा भीड़ कम रही। उधर ग्रामीण क्षेत्रों में आलू की खेती करने वाले किसान ऐसे मौसम को देखते हुए उनके माथे पर चिता की लकीरें खिच गई हैं। बहरियाबाद : कड़ाके की ठंड एवं कोहरा से स्थानीय बाजार सहित क्षेत्र के रायपुर, मिर्जापुर, हुरमुजपुर आदि बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। प्रशासन की तरफ से अलाव की कोई व्यवस्था न होने से लोगों में आक्रोश दिखाई दिया। स्कूलों के बंद न होने से नन्हे-मुन्ने बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल जाने को विवश दिखाई दिये। परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति काफी कम रही।

खानपुर : क्षेत्र के बाजारों सहित ग्रामीण इलाकों में शीतलहर के कारण लोग घरों में दुबकने को विवश हो गए हैं। सिधौना, खानपुर, अनौनी, मौधा, बिहारीगंज, जगदीशपुर नायकडीह के बाजारों में लोग लकड़ी के आभाव में घांस फूस और दफ्ती, कागज के टुकड़े जलाकर आग ताप रहे है। प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था न किये जाने से लोग जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी को कोस रहे थे। अध्यापक सहित छात्रों ने स्कूलों में पढ़ाई कम गर्मी की तलाश में ज्यादा लगे रहे।

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