गाजीपुर: सैनिक सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए सुमित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मनिहारी सड़क हादसे में मृत सेना के जवान सुमित सिंह उर्फ मोनू का पार्थिव शरीर सोमवार को घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। महिलाओं के करुण-क्रंदन से गांव में मातम छा गया। वाराणसी से आए सेना के जवानों व जखनियां एसडीएम अभय कुमार मिश्रा ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजन जवान का पार्थिव शरीर लेकर गाजीपुर श्मशान घाट के लिए रवाना हो गए।
शव यात्रा में शामिल गांव सहित क्षेत्र के हजारों लोग भारत माता की जय, जब-तक सूरज चांद रहेगा, सुमित तुम्हारा नाम रहेगा का उद्घोष करते चल रहे थे। यात्रा चौरा बुजुर्गा मार्ग से होते हुए गोपपुर, सरायगोकुल, हरिदासपुर काशी, गाजीपुर-हंसराजपुर मार्ग से होते हुए बुजुर्गा, खलिसापुर,रुहीपुर, बेलवा, अंधऊ होते हुए श्मशान घाट पहुंची। जहां सेना के जवानों ने गार्ड-ऑफ-ऑनर देकर अंतिम सलामी दी। शादियाबाद थाना क्षेत्र के गोपपुर सरायगोकुल निवासी सेना के जवान सुमित सिंह उर्फ मोनू सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। बरेली में इलाज के दौरान 13 दिसंबर को उनकी मौत हो गई थी।
काफी मिलनसार थे सुमित : सेना के जवान सुमित का पार्थिव शरीर पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ दरवाजे पर लग गई। परिजनों के रोने-बिलखने की आवाज से वहां मौजूद हर किसी के चेहरे पर उदासी व आंखों में आंसू भरे हुए थे। सभी परिजनों को सांत्वना देने में लगे थे। ग्रामीण ने बताया कि सुमित सिंह काफी मिलनसार थे। इधर सड़क हादसे में उनकी मौत की जानकारी मिलते ही सेना में भर्ती होने की तैयारी करने वाले व छुट्टी पर जवान सैकड़ों की संख्या में अपने मित्र को कंधा देने के लिए पहुंच गए। वहीं समाजवादी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष कमलेश यादव भानू, समाजसेवी कर्मवीर सिंह सोनू समेत हजारों लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।