गाजीपुर: सरकारी गोदामो में सड़ रहा धान, नहीं है इंतजाम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जनपद के कई सरकारी गोदामों पर खुले में धान रखे हैं, जो बारिश में भींग कर सड़ने के कगार पर पहुंच गयी है। इन गोदामों पर धान के सुरक्षित रखने व खरीद के लिए अभी तक इंतजाम नहीं किया गया है। इसकी वजह से बारिश में यह बोरियां भींगी हैं। इन केन्द्रों पर महज कागजों में खरीद-फरोख्त का खेल चल रहा है। वहीं कई क्रय केन्द्रों में खरीदी गयी धान की बोरियां गोदाम में ही सड़ रही हैं। गुरुवार व शुक्रवार को हुई बारिश के बावजूद प्रशासन अभी तक कोई ठोस कमद नहीं उठा रहा, ताकि धान को बचाया जा सके। मंडी समिति दिलदारनगर में अभी भी खुले में करीब तीन हजार कुंतल धान रखे हैं।
यहां बोरियों के ढंकने व रखने तक की व्यवस्था नहीं है। जबकि किसानों ने बताया कि कागज में एक हजार कुंतल की खरीद हो चुकी है। लेकिन अभी तक इस क्रय केन्द्र पर कांटा तक नहीं लगा है। भांवरकोल संवाद के अनुसार शासन प्रशासन के लाख कवायद के बावजूद भांवरकोल विकासखंड में धान की खरीद की कार्यदाई संस्था द्वारा महज औपचारिकता की गई है। हालत यह है कि हॉट पैंट द्वारा ब्लॉक परिसर में खरीददारी के लिए बनाए गए क्रय केंद्र पर किसानों का जगह के अभाव में एक भी छटाक धान नहीं खरीदा गया है।
ब्लॉक परिसर में प्रशासन द्वारा अस्थाई वह गोआश्रय केन्द़ बनाने के चलते जगह के अभाव में खरीददारी सम्भव नहीं हो पा रही है। जिसके चलते किसान धान बेचने के लिए लगातार ब्लॉक परिसर में चक्कर लगा रहे है। इस सम्बन्ध में केन्द़ ´प्रभारी ने बताया कि रजिस्ट्रेशन कराये किसानों का सत्यापन तहसील प्रशासन द्वारा अभी तक नहीं किए जाने से खरीददारी नहीं शुरु हो सकी है। प्रमुख प्रतिनिधि वीरेंद्र यादव ने बताया कि जिलाधिकारी को बार-बार लिखित रूप से अवगत कराए जाने के बावजूद भी अस्थाई पशु केंद्र नहीं हटाए जाने से जगह के अभाव में पूरे इलाके के धान की धान उत्पादक किसान प्रशासन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
इस संबंध में मुहम्मदाबाद उप जिलाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि ब्लॉक परिसर से बीडीओ को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद धान खरीद का कार्य तुरंत शुरू कराया जाएगा। क्षेत्र के दूसरे क्रय केंद्र मुंडेरा बुजुर्ग के सचिव केदारनाथ कुशवाहा ने बताया कि अब तक मात्र 1100 कुंटल धान की खरीद हो पाई है उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा धान बेचने हेतु लगभग ढाई सौ किसानों का रजिस्ट्रेशन हुआ है बावजूद इसके किसानों कि रजिस्ट्रेशन कराएं सभी किसानों का धान खरीदा जाएगा।