ग़ाज़ीपुर: टेंडरिंग के बाद सरकारी कम्बलों की उपलब्धता में देरी, गरीबों पर पड़ रही भारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर पूरा उत्तर भारत शीत लहर की चपेट में है ऐसे में गरीब आदमी की परेशानी और भी बढ़ गई है। गरीब आदमी न तो खुद के लिए हिटर ले सकता है और न ही मंहगे ऊनी कपड़े। ऐसे में प्रशासन भी गरीबों के लिए अलाव और कम्बल की व्यवस्था पूरी तरह से नहीं जुटा पा रहा। भले ही सर्दी के प्रकोप के चलते प्रदेश सरकार स्कूलों में अवकाश करके बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत देने का काम कर रही हो लेकिन क्षेत्र में पड़ रही हाड़ जमा देने वाली सर्दी में आमजन को राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन न तो पर्याप्त अलाव जला पाया है और न ही कम्बल उपलब्ध करवाकर आमजन को कोई राहत दे सका है।
रिकॉर्ड तोड़ शीतलहर जहां अभावग्रस्त गरीबों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है वहीं जिला प्रशासन सरकारी कंबल के वितरण को लेकर पूरी तरह लापरवाही बरत रहा है। शीतलहर ने लगभग दो दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं बावजूद इसके गाजीपुर जनपद में कंबल वितरण टेंडरिंग प्रक्रिया में उलझा हुआ है और गरीब एक अदद कंबल का इंतजार ठिठुरते हुए कर रहे हैं। सर्दी को लेकर जिला प्रशासन की लापरवाही गरीबों पर काफी भारी पड़ रही है। एसडीएम सदर प्रभाष कुमार ने बताया कि कम्बलों के लिए टेंडरिंग प्रक्रिया की जा चुकी है उपलब्ध होते ही जरूरतमंदों में कंबल वितरित किए जाएंगे।