Today Breaking News

गाजीपुर: माता तपेश्वरी शिक्षण संस्थान का 42वां वार्षिकोत्सव; शिक्षा की प्राथमिकता हो भारत का नवनिर्माण- मनोज सिन्हा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर माता तपेस्वरी शिक्षण संस्थान मरदह के 42 वां वार्षिकोत्सव आज भव्य भारतीय सांस्कृतिक समारोह के माध्यम से मनाया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पुर्व केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा की शिक्षा का उद्देश्य ऐसा होना चाहिए जिससे भारत के नव निर्माण की आधारशीला तैयार हो। उस शिक्षा से बच्चे ज्ञानवान हो और आर्थिक रूप से समृद्ध भी हो। उन्होंने कहा कि हम इस दिशा में अगर शिक्षा को ले जाए तो वह प्रभावी व उपयोगी होगी। जिस तरह से तकनीकी  बदल रही है, शिक्षण पद्धति भी उससे ज्यादा तेज गति से बदल रही है। और बदलती हुई तकनीकी अनेक प्रकार की चुनौतियां पैदा कर रही हैं, आज जो तकनीक सबसे नवीनतम मानी जा रही है जो नवान्वेषण हो रहे हैं इनोवेशन हो रहे हैं उससे इसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना बड़ा दुष्कर कार्य है। 

असली चुनौती खासतौर से शिक्षण पेशे से जुड़े हुए लोगों के लिए है कि क्या हम इसके साथ अपने को जोड़ पाएंगे। उन्होंने बताया कि  पिछले बाद 5 वर्षों मे 20 करोड नए विद्यार्थी स्कूल में पढ़ने गए हैं। आज सामान्य घर का अभिभावक तमाम कष्ट सहकर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए क्षेत्र के अच्छे विद्यालय में अपने बच्चों को भेजता है।एक पिता चाहता है कि मेरा बेटा मुझसे अच्छा बने और हर गुरु भी यही चाहता कि हमारा शिष्य श सबसे अच्छा विद्यार्थी हो और यह जो पिता और शिक्षक का जो स्थान है वह स्थान बरकरार रहे यह हमारी सोच है। समाज में तमाम विकृतियां पैदा होती हैं लोग कहते हैं कि समाज में गुरु का वह स्थान नहीं रहा। मगर अच्छा अध्यापक है तो उसका साम्मान निश्चित रूप से रहेगा और अगर यही सम्मान हम बरकरार रख सके तो  शिक्षा की दिशा ठीक होगी। 

उन्होंने छात्रों का आहवान करते हुए कहा कि आजादी के बाद अहिंसा का अमुक और अचूक शस्त्र महात्मा गांधी ने जो आजादी के दौरान दिया था उस  शास्त्र की जरूरत आज भी प्रासंगिक है कि नहीं इसे विद्यार्थियों को समझने की जरूरत है आज दो तरह की भावना समाज में व्याप्त है एक तो विकास की और दूसरा अच्छे कार्यों के भी विरोध की छात्रों को सोचना होगा।आज देश मे एक अलग तरह की पहचान बन रही है एक तरफ वह लोग जो देश को प्रगति की ओर ले जाना चाहते है और एक तरफ वो लोग जो विरोध कर देश का नुकसान करने के लिए आगे बढ रहे है। जो अस्थान पहले भारत का था वह स्थान भारत का विश्व में पुनः मिले ऐसी राजनीति के साथ खड़े होने की जरूरत है अगर हम ऐसा करेंगे तो देश के नव निर्माण में सहयोगी होंगे, जो देश के प्रधानमंत्री की सोच है। महात्मा गांधी ने कहा था परिवर्तन को देखना चाहते हैं तो स्वयं से शुरू करें ।छात्र एकाग्रता व निष्ठा के साथ सिर्फ अध्ययन के तरफ अपने को समर्पित कर अपने माता-पिता के सोच सपनों तथा आकांक्षाओं को इमानदारी से पुरा करने का प्रयास करें। 

विद्यालय के प्रधानाचार्य जितेंद्र नाथ पांडेय ने मुख्य अतिथी सहित आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए विद्यालय के जन्म से लेकर आज तक के यात्रा का वर्णन किया। इस अवसर पर शिक्षण संस्थान की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का मनोरम दृश्य प्रस्तुत किया गया कार्यक्रम का शुरुआत मुख्य अतिथि माननीय मनोज सिन्हा जी द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्वलित करके हुआ। विद्यालय के संस्थापक सदस्य ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा सहित सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह सुनील सिंह प्रवीण सिंह मनोज सिंह मंडल अध्यक्ष शशि प्रकाश सिंह शशिकांत शर्मा विपिन सिंह मनोज सिंह दिनेश सिंह राम अवध सिंह प्रहलाद सिंह चतुर्भुज चौबे अखिलेश राय प्रमोद राय विद्यालय के प्रबंधक कमलावती सिंह पूर्व ब्लाक प्रमुख दीनानाथ सिंह सहित आदि अन्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधान परिषद सदस्य केदारनाथ सिंह ने ि‍किया।

'