गाजीपुर: सैदपुर व जखनियां विधानसभा से बाहुबलियो का विधायक बनने का सपना मोदी सरकार ने तोड़ा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर लोकसभा और राज्यों के विधानसभाओं में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जन जाति वर्ग के लिए आरक्षित लोकसभा और विधानसभाओं का आरक्षण मोदी सरकार ने दस वर्ष और बढाने का जो निर्णय लिया है इससे जिले में सैदपुर और जखनियां विधानसभा में चुनाव लड़ने के लिए सपने सजा रहें सवर्ण और बैकवर्ड प्रत्याशियो के दिल अरमां आंसूओ में बह गये।
बाहुबली प्रत्याशियो ने इन दोनो विधानसभाओं में चुनाव लड़कर विधानसभा जाने की जो तानाबाना बुन रहें थे उनको मोदी सरकार ने तोड़ दिया और वह 2032 में जाकर यह सपना देख सकते है। सैदपुर व जखनियां विधानसभा में राजपूत और यादव प्रत्याशियो की एक लंबी सूची तैयार हो गयी थी जो नयी स्कार्पियों में बैठकर कुर्ता-पजामा व सदरी पहनकर गांव-गांव में घूम-घूमकर जनता-जर्नादन का पैर छू रहें थे।
इन प्रत्याशियो ने अपने-अपने तरीके से चुनावी विषाद पूरे विधानसभा में बिछा रखी थी कि आजादी के बाद पहली बार यह मौका मिल रहा था इसे हाथ से नही जाने देना चाह रहें थे। प्रत्याशियो के दौड़ में सवर्ण और बैकवर्ड बाहुबली प्रत्याशी सपा-बसपा और भाजपा में भी अपनी-अपनी गोटी फिट कर रखी थी, अगर सपा में नही मिला तो बसपा में जायेगे नही तो सवर्ण के नाम पर भाजपा में तो टिकट पक्का हो ही जायेगा। मोदी सरकार ने इन बाहुबलियो के अरमानो को चकनाचुर कर दिया है जिससे इन दोनो विधानसभाओं के दलित समाज उन्हे बधाई दे रहा है।
जिले में कुल सात विधानसभाएं है जिसमें सैदपुर और जखनियां दो विधानसभा एससी/एसटी जातियो के लिए आरक्षित है। यह आरक्षण 25 जनवरी 2020 को समाप्त हो रहा था इसी को लेकर सारे बाहुबलियो ने विधानसभा जाने का सपने सजा रखे थें। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि सरकार आरक्षण व्यवस्था को समाप्त करने के पक्ष में नही है और इसे दस वर्ष तक और आगे बढा रही है। ज्ञातव्य है कि सैदपुर विधानसभा में बाहुबली राजपूतो का एक लंबी सूची है जो हर हालत में अपने गृह विधानसभा से विधानसभा में जाने का सपना देख रहें थे। वर्तमान समय में सैदपुर विधानसभा से सुभाष पासी और जखनिया विधानसभा से त्रिवेणी राम विधायक है।