Today Breaking News

गाजीपुर: जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई नौ लेखपाल निलंबित, 379 को जारी हुआ नोटिस

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बीते 10 दिसंबर से जिले भर के लेखपालों के चल रहे हड़ताल पर जिला प्रशासन ने बुधवार की बड़ी कार्रवाई करते हुए नौ लेखपालों को निलंबित कर दिया है। वहीं 379 को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिला प्रशासन के इस कार्रवाई से संबंधितों में खलबली मची हुई है। इसको लेकर पहले से ही सभी को चेतवानी भी दी गई थी लेकिन लेखपालों ने अपना हड़ताल जारी रखा।


सदर उपजिलाधिकारी प्रभाष कुमार ने जिलामंत्री रामलखन राम को निलंबित कर 111 लेखपालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कासिमाबाद उपजिलाधिकारी मंशा राम वर्मा ने लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष विनोद यादव, तहसील अध्यक्ष चितरंजन चौहान व मंत्री संजय पांडेय को निलंबित कर 100 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 24 घंटे के अंदर बस्ता जमा करने का निर्देश भी दिया। चेताया कि अगर बस्ता जमा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। वहीं धरना देने वाले अस्थाई लेखपालों को बर्खास्त किया जाएगा, जो लेखपाल 50 वर्ष से ऊपर के हैं, उन्हें स्क्रीनिग टेस्ट लेकर अनिवार्य सेवा निवृत्ति दी जाएगी। सेवराई एसडीएम विक्रम सिंह ने 30 लेखपालों को बिना बताए गायब होने पर नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। मुहम्मदाबाद एसडीएम राजेश कुमार गुप्ता तहसील में कार्यरत लेखपाल संघ के जिला कोषाध्यक्ष केशव प्रसाद को निलंबित कर 88 को नो वर्क नो पे का नोटिस जारी किया है। जमनियां एसडीएम सत्यप्रिय सिंह ने लेखपाल संघ के कनिष्ठ अध्यक्ष बृजकिशोर राम को निलंबित कर 50 को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जखनियां एसडीएम ने जिला उपाध्यक्ष जोखन राम को व सैदपुर एसडीएम ने लेखपाल संघ के आय-व्यय निरीक्षक विरेंद्र सिंह यादव व उपमंत्री विनोद यादव को निलंबित किया है।


लेखपालों के धरने को राजस्व निरीक्षक संघ ने दिया समर्थन
आठ सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे लेखपालों का धरना बुधवार को भी सदर तहसील परिसर में जारी रहा। इस दौरान राजस्व निरीक्षक संघ ने भी धरने को समर्थन दिया। इस मौके पर वक्ता नरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि बीते तीन नंबर 1994 से पूर्व नियुक्त लेखपालों को 16 वर्ष की सेवा पर द्वितीय एसीपी 4200 रुपये व इसके बाद नियुक्त लेखपालों को 16 वर्ष की सामान्य सेवा पर द्वितीय एसीपी 2800 रुपये दिया जाना न्यायसंगत नहीं है। इसे दूर किया जाए। साथ ही प्रारंभिक ग्रेड पे 2000 से बढ़ाकर 2800 किया जाए। चेताया कि जब-तक शासन की ओर से से मांगों को पूर्ण नहीं किया जाएगा कार्य बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन चलता रहेगा। इस मौके पर रमेश राम, संजय पांडेय, रमेश चंद्र, राजेंद्र यादव, लालजी चौहान, विनीत सिंह, धीरेंद्र सिंह मौजूद रहे। संचालन जिलामंत्री रामलखन राम ने किया।

'