गाजीपुर: कक्षा पांच के छात्रों को स्वर और व्यंजन न बता पाने पर तीन अध्यापकों का वेतन रोकने का आदेश
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जमानियां जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य ने मंगलवार को क्षेत्र के लमुई गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान कक्षा पांच के छात्रों की ओर से स्वर और व्यंजन न बता पाने पर जिलाधिकारी की त्योरी चढ़ गई। उन्होंने विद्यालय के तीन अध्यापकों का वेतन रोकने का आदेश दिया।
जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य और पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी मंगलवार को दोपहर बाद क्षेत्र के लमुई स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे और कक्षा पांच में प्रवेश किया। वहां जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं से स्वर और व्यंजन के बारे में पूछा तो छात्र निरुत्तर हो गए। इस पर उन्होंने अध्यापक को कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद कक्षा एक में पहुंचे तो वहां आंगनबाड़ी बच्चों को पढ़ा रही थी। डीएम ने आंगनबाड़ी से उपस्थिति पंजिका के बारे में पूछा तो उसने बताया कि पंजिका घर पर है। इस पर उन्होंने आंगनबाड़ी को फटकार लगाई। इसके बाद जिलाधिकारी ने रसोई घर पहुंच कर रसोइयों से एमडीएम के बारे में जानकारी ली तो रसोइयों ने बताया की 42 छात्रों का भोजन बना है लेकिन मौके पर 33 बच्चे ही उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने एमडीएम रजिस्टर में छात्रों की संख्या बढ़ाए जाने पर प्रधानाध्यापक राम सिंह से इस बारे में पूछा कि जब प्राथमिक विद्यालय में 27 और माध्यमिक में छह बच्चे उपस्थित हैं तो एमडीएम रजिस्टर में 42 बच्चों की संख्या क्यों दर्ज की गई है। इस पर प्रधानाध्यापक ने जल्दबाजी में गलती होने की बात को स्वीकार किया। उन्होंने हिदायत दिया कि अगली बार अगर बच्चों ने गलत सवाल बताया और एमडीएम रजिस्टर में गड़बड़ी मिली तो वेतन में कटौती की जाएगी। उन्होंने वहां मौजूद उपजिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह को समय-समय पर विद्यालयों का निरीक्षण करने तथा पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने कोतवाल राजीव सिंह को ओवरलोड वाहन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया।