गाजीपुर: सड़क जांच में पूर्व मंत्री मनोज सिन्हा के दो समर्थक विधायक सुनीता सिंह व ठेकेदार विनोद राय आमने-सामने
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सत्ता के साथ पैसा का नशा इस कदर होता है कि कभी एक टाट पर बैठकर पूर्व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के छत्रछाया में राजनीति करने वाले उनके दो बडे समर्थक सड़क के जांच के नाम पर आमने-सामने हो गये। यही नही दोनो भाजपा के दिग्गज नेता एक दूसरे को पराजित करने में कोई कोर-कसर नही छोड रहें है। लोकसभा में हार के बाद समर्थको में ठेकेदारी और पैसे को लेकर आपसी खींचा-तानी से भाजपा में काफी खलबली मची हुई है। मंगलवार को मलसा, ढढ़नी व उतरौली मार्ग पर शासन द्वारा टीएसी जांच के लिए आई टीम के सामने विधायक सुनीता सिंह के पति परिक्षित सिंह व जिले के क्लास वन के ठेकेदार व भाजपा नेता विनोद राय खुलकर आमने-सामने हो गये।
एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाये, दोनो गोल अपने लाव-लश्कर के साथ पूरे दिन जांच टीम के सामने डटा रहा और एक-दूसरे के सामने दबंगई का प्रदर्शन करते रहें। सुनीता सिंह को पूर्व मंत्री मनोज सिन्हा ने ही भाजपा हाईकमान से टिकट दिलवाकर जमानियां विधानसभा सीट पर काबिज करवाया। विधायक के परिवार से श्री सिन्हा का करीब तीन दशको से पुराना रिश्ता है। वहीं विनोद राय से मनोज सिन्हा का रिश्ता जगजाहिर है। विनोद राय मनोज सिन्हा के काफी निकट माने जाते है और भाजपा में इनकी जबरदस्त पकड़ भी है। मलसा, ढढनी व उतरौली मार्ग जिसकी लंबाई 14 किलोमीटर है। इसकी स्वीकृति 2018 में हुई थी, जिसकी लागत 22 करोड़ रूपये है। दोनो गुटो के बीच सड़क के टेंडर से ही खींचा-तानी शुरू हो गयी थी, लेकिन विनोद राय ने बिलो टेंडर डालकर सड़क निर्माण का कार्य अपने पाले ले लिया।
सड़क निर्माण के बाद विधायक सुनीता सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र के सड़क मलसा, ढढनी व उतरौली मार्ग, रक्सहा बाईपास मार्ग, भदौरा-दिलदारनगर मार्ग के निर्माण में घटिया क्वालिटी का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत किया और कहा कि तीन माह के अंदर ही सड़के टूट गयी है, ठेकेदार ने घटिया सामग्री से निर्माण कार्य कराया है। विधायक के पत्र पर पीडब्ल्यूडी के सचिव ने टीएसी टीम गठित कर जांच के आदेश दे दिया। उसी क्रम में आज जांच के लिए टीम आई हुई थी। जांच के संदर्भ में विनोद राय ने गाजीपुर न्यूज़ टीम को बताया कि विधायक के अपेक्षाओं को मैने पूरा नही किया जिसके चलते विधायक ने हमारे खिलाफ जांच करवाने का आदेश करा दिया है। हमने अच्छा कार्य कराया है, मलसा, ढढनी व उतरौली मार्ग जमानियां की सबसे बेहतरीन सड़क है। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही हो सकता है।
जांच में भी मैं खरा उतरूंगा, किसी के डिमांड के सामने मैं नही झुकूंगा। इसी क्रम में जांच के संदर्भ में विधायक सुनीता सिंह ने गाजीपुर न्यूज़ टीम को बताया कि सड़क निर्माण में तीन महीने हुए है और सड़के क्षतिग्रस्त हो गयी है। मेरे विधानसभा में धांधली नही चलेगा। जो भी विकास कार्य में गडबड़ी करेगा, अच्छी व गुणवत्तायुक्त सड़के नही बनी तो अधिकारी और ठेकेदार जायेंगे जेल। सड़को की जांच के बाद क्या होगा यह तो पता नही लेकिन राजनैतिक गलियारो में यह चर्चा है कि पूर्व मंत्री के समर्थको के आपस में भिड़ने से भाजपा और मंत्री जी की काफी किरकिरी हो रही है।