गाजीपुर: कोहरे ने रोकी हजारों रेल यात्रियों की राह
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कोहरे के चलते दर्जनों ट्रनों के संचालन रद् होने एवं उनकी लेट-लतीफी ने हजारों रेल यात्रियों की यात्रा पर ब्रेक लग गया है। सबसे अधिक परेशानी हरिहरनाथ एक्सप्रेस निरस्त व स्वतंत्रता सेनानी एवं छपरा-लखनऊ के अल्टरनेट होने से हो रही है। इसके अलावा दानापुर मंडल की कई ट्रेनों के रद् होने से उस मार्ग पर भी यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।
घने कोहरे एवं खराब मौसम से 15111/15112 वाराणसी सिटी-छपरा-वाराणसी सिटी इंटरसिटी, 12561 जयनगर-नई दिल्ली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, 12562 नई दिल्ली-जयनगर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, डाउन में 15054 लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस तथा अप में 15053 छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस के अल्टरनेट होने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं ट्रेनों अल्टरनेट होने से उसमें भीड़ काफी बढ़ जा रही है। कमोबेश यही स्थित दानापुर मंडल की है जहां से कई ट्रेनों के निरस्त होने के साथ ही प्रमुख ट्रेनें घंटों विलंब से चल रही है।
कोहरे से दो ट्रेनें हुई हैं रद
जमानियां : कोहरा के कारण रेलवे ने 30 दिसंबर से 30 जनवरी तक कुंभ /उपासना और तूफान एक्सप्रेस को निरस्त किया है। कुंभ के रद होने से हरिद्वार और देहरादून को जाने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। वहीं तूफान के रद होने से दिल्ली के यात्रियों को। उधर सोमवार को सियालदह से दिल्ली जाने वाली सियालदह एक्सप्रेस को भी रेलवे ने रद कर दिया था।
घंटों विलंबित रहीं ट्रेनें
जमानियां : कोहरे का असर लंबी दूरी की ट्रेनों पर साफ दिख रहा है। इस कारण दिल्ली, मुंबई, कोलकता सहित अन्य बड़े शहर से आने और जाने वाली ट्रेन घंटों देरी से चल रही हैं। स्थानीय स्टेशन सहित दिलदारनगर, भदौरा व गहमर स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेनें घंटों देरी से पहुंची जिसमें डाउन लाइन की मगध एक्सप्रेस सात, ब्रह्मपुत्र मेल चार, पंजाब मेल और फरक्का एक्सप्रेस दो-दो, संघमित्रा एक्सप्रेस ढाई घंटे देरी से पहुंची। वही अप में हावड़ा अमृतसर मेल एक घंटे देरी से पहुंची। दिलदारनगर सेक्शन के यातायात निरीक्षक संजय कुमार ने बताया कि कोहरे के कारण ट्रेनें देरी से पहुंच रही है।
किया गया है परिवर्तन
वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि घने कोहरे एवं खराब मौसम से होने वाली परिचालनिक कठिनाईयों के कारण विभिन्न गाड़ियों का 16 दिसंबर से 31 जनवरी तक निरस्तीकरण, आंशिक निरस्तीकरण एवं मार्ग परिवर्तन किया गया है।