गाजीपुर: किसान परेशान, प्रशासन हैरान, आफत में गोवंश की जान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर गोवध पर रोक लगाए जाने के बाद बेसहारा हुए गोवंशों को लेकर हर तरफ हो-हल्ला मचा हुआ है। क्या गांव क्या शहर सिवान से लेकर चौराहों पर गोवंश झुंड के झुंड मिल जाएंगे। गांवों में बेसहारा गोवंश किसानों की फसल चट कर जा रहे हैं तो शहर व नगर में दुर्घटना व गंदगी का सबब बने हुए हैं। सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा जगह-जगह बनाए गए गो-आश्रय केंद्र नाकाफी साबित हो रहे हैं। गो-आश्रय केंद्रों पर जितने गोवंश रखे गए हैं उससे ज्यादा बाहर घूम रहे हैं। गो-आश्रय केंद्र में रखे गए गोवंश भी भूख-प्यास से व इलाज न मिलने से मर रहे हैं। दिन पर दिन उनकी संख्या कम होती जा रही है। अब हालत बेकाबू होने लगा है। इन बेसहारा पशुओं को लेकर किसान परेशान हैं। प्रशासन को भी समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करें, इनको कहां रखें? वहीं बेसहारा होकर पहले से ही दर-दर की ठोकर खा रहे गोवंशों की जान आफत में है। वह चारों तरफ से दुत्कारे जा रहे हैं।
जगह पर्याप्त लेकिन मवेशी कम
कासिमाबाद : क्षेत्र के ग्राम पंचायत बढ़ौरा के पूर्वांचल सहकारी कताई मिल में बने अस्थाई निराश्रित गो-आश्रय स्थल में वर्तमान में 78 पशु ही हैं, जबकि यहां जगह बहुत ही पर्याप्त है। कर्मचारियों की उदासीनता के कारण पशु बाहर खेतों में घुमते रहते हैं। कुछ दिन पहले यहां से 80 पशुओं को करीमुद्दीनपुर में बने अस्थाई निराश्रित गो-आश्रय स्थल में भेजा गया था। इसके पूर्व भी लगभग 200 पशुओं को बाहर भेजा जा चुका है।
आश्रय से निकलकर बाहर विचरण करते हैं मवेशी
भांवरकोल : ब्लाक परिसर स्थित अस्थाई निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल की व्यवस्था में लगे लोगों की उदासीनता के कारण 40 गोवंशों की क्षमता वाले टीनशेड में इस समय मात्र 30 मवेशी ही हैं। बावजूद इसके व्यवस्था में कुछ सुधार नहीं दिख रहा है। उचित व्यवस्था न होने के कारण टैग लगे गोवंश सड़कों व खेतों में घूमते नजर आ रहे हैं। टीनशेड की क्षमता से अधिक गोवंश जो खुले आसमान में रह रहे थे। ऐसे 79 गोवंशों को रविवार को अन्यत्र करीमुद्दीनपुर आश्रय स्थल पर भेज दिया गया। आश्रय स्थल से भी निकलकर मवेशी बाहर विचरण कर रहे हैं और किसानों को नुकसान पहुंचाने के अलावा ब्लाक परिसर में गंदगी भी फैला रहे हैं। जमानियां : कस्बा बाजार स्थित पशु अस्पताल परिसर में नगर पालिका द्वारा बनाया गया अस्थाई गौ आश्रय स्थल में कुल 82 मवेशी हैं। सड़कों पर भी मवेशी घूम रहे हैं।