गाजीपुर: ठंड व बीमारी से से आठ बेसहारा पशुओं की मौत; राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बन गया पशु श्मशान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भांवरकोल बारिश होने से बढ़ी ठंड और बीमारी के कारण शुक्रवार की रात ब्लाक परिसर स्थित गोवंश आश्रयस्थल पर आठ बेसहारा पशुओं की मौत हो गई। यहां पर पशुओं को ठंड से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है। अधिकारी केवल कोरम पूरा कर रहे हैं। इससे क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश है।
खंड विकास अधिकारी रामविलास यादव व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. रवींद्र प्रसाद ने शुक्रवार को बेसहारा पशुओं को ठंड से बचाने के लिए आश्रय स्थल को बोरे या टाट पट्टी अथवा प्लास्टिक तिरपाल से ढकने का निर्देश ग्राम विकास अधिकारी ओमप्रकाश को दिया था। औपचारिकता पूरी करते हुए हाटपैक (टीनशेड) को प्लास्टिक की तिरपाल से आधा-अधूरा ढक दिया गया। टीनशेड में पूरब, दक्षिण व उत्तर तरफ से प्लास्टिक लगा दिया गया लेकिन पश्चिम तरफ पूरा खुला है। खुले आकाश के नीचे रहने वाले बेसहारा पशुओं को ठंड से बचाने के लिए प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इसके चलते एक साथ इतने पशु मर गए।
राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बन गया है पशु श्मशान
ब्लाक परिसर स्थित निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल पर मृत पशुओं को मनमाने ढंग से वीरपुर मोड़ और नहर पुलिया के मध्य राजमार्ग के किनारे गड्ढा या झाडियों में फेंक दिया जाता है। दुर्गंध से राष्ट्रीय राजमार्ग 31 से आने जाने वालों को परेशानी होती है। वहीं संक्रामक रोग भी फैलने की आशंका सता रही है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि मृत पशुओं को ऐसे जगह पर फेंका जाए जिससे आम लोगों को परेशानी न हो।