गाजीपुर: लेखपालों का धरना प्रदर्शन जारी, फरियादियों की बढ़ी परेशानी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर तीसरे दिन गुरुवार को भी लेखपालों का धरना-प्रदर्शन जारी रहा। जनपद के सभी तहसीलों में लेखपालों के हड़ताल के चलते जमीनी विवाद के अलावा अन्य मामले से संबंधित कार्याें के लिए फरियादी परेशान दिखे। आज से सभी तहसीलों के लेखपाल जिला मुख्यालय स्थित तहसील परिसर में धरना-प्रदर्शन शुरू करेंगे। यहां 26 दिसंबर तक धरना-प्रदर्शन के बाद 27 दिसंबर को लेखपाल लखनऊ में विधानसभा का घेराव करेंगे।
सदर तहसील में लेखपालों ने शासन के खिलाफ नारेबाजी की। तहसील अध्यक्ष उदयप्रताप ने कहा कि शासन की हर योजनाओं के संचालन में हम अपनी भूमिका ईमानदारी पूर्वक निभाते हैं लेकिन हमारी जायजा मांगों की अनदेखी की जा रही है। इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सैदपुर : तहसील के लेखपालों ने तीसरे दिन भी एसडीएम कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया। तहसील अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि हमारा अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती। उन्होंने आह्वान किया कि कल से सभी लेखपाल जिला मुख्यालय पर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन को सफल बनाएं। रमेशचंद्र, रमेश सोनकर, ऋषिकेश, राधा यादव, रीता, सुधाकर पांडेय आदि थे। जखनियां : तीसरे दिन भी लेखपालों ने कार्य से विरत होकर धरना-प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने कहा कि लेखपाल तैयार रहें इस बार लड़ाई आरपार की है। लालचंद राम, जिला मंत्री रामलखन, सुदर्शन, पवन कुमार, पन्नालाल, रामेश्वर राम, सियाराम आदि थे।
संचालन भूलेटन ने किया। मुहम्मदाबाद : प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर चल रहा लेखपालों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। वक्ताओं ने कहा कि शासन की ओर से उनकी मांगों को अनदेखी की जा रही है। मांगे पूरी किए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। केशव प्रसाद, प्रवीण कुमार, संतोष राय, रमेश राय, झिगुरी राम, लूरखूर राम, छाया सिंह, दीनानाथ यादव, राधिका जायसवाल, आयुषी मिश्रा आदि थीं। संचालन लालजी चौहान ने किया। कासिमाबाद : आठ सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे लेखपालों ने तीसरे दिन भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि हमारी आठ सूत्रीय मांगों की अनदेखी की जा रही है जबकि सभी मांग जायज है। यह सरासर गलत है। वक्ताओं ने कहा कि कल से जिला मुख्यालय पहुंचना है। संजय पांडेय, जितेंद्र यादव, अखिलानंद, छोटेलाल, रामनगीना पाल, नेहा यादव, प्रिया शर्मा, कुंदन, विनोद व नंदकिशोर आदि थे। अध्यक्षता चितरंजन चौहान व संचालन संजय पांडेय ने किया।