गाजीपुर: शहीद की अंतिम यात्रा में तिरंगा लेकर में उमड़ा जन सैलाब, नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर लद्दाख में ड्यूटी के दौरान बर्फ में दबकर घायल सेना के जवान बिनोद राजभर(30) इलाज के दौरान चंडीगढ़ में सेना अस्पताल में शहीद हो गया। रविवार शाम शहीद बिनोद राजभर का पार्थिव शरीर उनके घर भवरहां(दुदवांपर) पहुँचा। रात से ही शहीद को श्रद्धांजलि देने वाले लोगों का तांता लगा रहा।पत्नी पूनम देवी का रो -रो कर बुरा हाल था। शनिवार की रात घोसी के विधायक विजय राजभर ने नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि दिया। कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर शहीद के नाम से गांव की सड़क और गेट निर्माण का कराया जाएगा। रविवार की सुबह अंतिम संस्कार के लिए शहीद का शव हजारों की हुजूम के साथ गाजीपुर कर लिए पैदल रवाना हुआ है।
शहीद की अंतिम यात्रा में तिरंगा लेकर हजारों लोग पैदल चल रहे है। बिरनो थाना के पास जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान के शहीद के घर न पहुचने से नाराज लोगों ने शहीद बिनोद राजभर(30)के शव को सड़क पर रखकर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे।लोगों का कहना है जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान शहीद के दरवाजे नही आये। आधा घंटा बाद बिरनो थानाध्यक्ष ने जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान के श्मसान घाट पर होने का आश्वासन दिया तब जाकर लोग शव यात्रा को गाज़ीपुर लेकर रवाना हुए। शहीद के दो पुत्र है बड़ा पुत्र गौरभ (9) ने कहा कि पापा मुझे कलाई घड़ी लाने के लिए कहे थे।लेकिन नही लेकर आये। मैं बड़ा होकर पापा की तरह सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करूँगा। इनसेट:पिता तिलकधारी राजभर बीमार है और पुत्र के अंतिम संस्कार में एम्बुलेंस से श्मसान घाट कब लिए गए।