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गाजीपुर: जवान का शव घर आते ही मचा कोहराम, 28 नवंबर को तय थी शादी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर मुंबई में ड्यूटी के दौरान पिछले गुरुवार को संदिग्ध अवस्था में गोली लगने से काल कवलित हुए भारतीय नौसेना के जवान नरायनपुर ककरहीं गांव निवासी अखिलेश यादव का शव शनिवार की शाम घर आते ही कोहराम मच गया। घरवालों के करुण-क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया। जीटीसी-39 बटालियन के जवानों ने घर पर सलामी दी। तहसीलदार दिनेश कुमार कोतवाल श्यामजी यादव समेत आसपास के सामाजिक कार्यकर्ताओं व नेताओं की भीड़ घर पर एकत्र हो गई। पाíथव शरीर के साथ सैकड़ों लोग सैदपुर नगर स्थित पक्का घाट पर आए। यहां पर अंतिम संस्कार किया गया।

किसान लालजी यादव के तीन पुत्रों में मझले अखिलेश इंडियन नेवी में तैनात थे। उनकी ड्यूटी मुंबई में आईएनएस आंग्रे पर थी। आईएनएस आंग्रे के किनारे चर्च गेट पर वह ड्यूटी क रहे थे, इसी दौरान न जाने उन्हें कैसे गोली लग गई। अखिलेश को नौसेना के अस्पताल आइएनएचएस अश्वनी में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। अखिलेश को गोली कैसे लगी इसकी जांच नौसेना कर रही है। इधर, घर पर अखिलेश की मौत की सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। अखिलेश के बड़े भाई रामाश्रय यादव व छोटे भाई राकेश यादव, पिता लालजी यादव, बहन अनीता व रिकू का रो-रोकर बुरा हाल है। शव घर पर आने का पता चलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के प्रतिनिधि गुरुदयाल राजभर, सामाजिक कार्यकर्ता नितेश उर्फ भोनू सिंह, सुनील यादव, आलोक सिंह, दुष्यंत चंद्रवंशी समेत सैकड़ों लोग की भीड़ लग गई। जवान का शव घर आते ही सभी ने श्रद्धांजलि अíपत की।

23 को तिलक व 28 को थी शादी
अखिलेश की शादी 28 नवंबर को तय थी। घर पर इसकी तैयारी चल रही थी। 23 नवंबर को उनका तिलकोत्सव था। इस बीच उनकी मौत का पता चलते ही शादी की खुशी गम में तब्दील हो गई। भाइयों, बहनों व पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। अखिलेश ने छुट्टी के लिए अपनी शादी का कार्ड भी अपने भाई से मंगवाया था। अचानक उन्हें गोली लगने का पता चलते ही पिता लालजी समेत पूरा परिवार गमगीन है। चाचा श्यामजी, श्यामलाल यादव समेत सभी की आंखें नम हैं।
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