गाजीपुर: योगी सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त शासन को अभियंत्रण विभाग के जेई अपने कार्यगुजारियो से दिखा रहा है ठेंगा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर योगी सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त शासन को आज भी ग्रामीण अभियंत्रण विभाग का एक कथित जेई अपने कार्यगुजारियो से ठेंगा दिखा रहा है। जेई ने निदेशालय से लेकर गाजीपुर के मुख्यालय तक के अधिकारियो को मलाई खिलाकर इतना अंधा कर दिया है कि मुख्य सचिव राजीव कुमार के शासनादेश 29 मार्च 2018 सरकारी अधिकारियो व कर्मचारियो की वार्षिक स्थानंतरण निति के आदेश का अनुपालन नही हो रहा है और वह जेई दिनदहाड़े चार ब्लाक पर अपना कमीशन का साम्राज्य फैलाये हुए है और वह लाखो कमीशन की धनउगाही कर रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवीण कुमार जेई का जिला मुख्यालय गाजीपुर में 2009-2010 में नियुक्ति हुई थी।
शासन ने उसका स्थानांतरण जनपद जौनपुर में वर्ष 2017 में कर दिया। इसके बाद प्रवीण कुमार ने शासन से लेकर गाजीपुर के विभागीय अधिकारियो से साठ-गाठ कर सम्बंद्धता का खेल चलाया जो आज तक खुलेआम चला आ रहा है। जेई को खौफ इतना है कि गाजीपुर के विभागाध्यक्ष अधिशासी अभियंता दिलीप कुमार शुक्ला भी उसके खिलाफ बोलने से खौफ खाते है । उन्होने गाजीपुर न्यूज़ टीम को बताया संबद्धता का आदेश जेई प्रवीण कुमार ने निदेशालय से जारी करवाया है इसके संदर्भ में निदेशक ही बता सकते है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि योगी सरकार में ही ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के निदेशक एवं मुख्य अभियंता का 27 मई 2019 एक आदेश जारी हुआ जिसमें संबंद्धता की सभी सेवाएं व शर्ते तत्काल समाप्त कर दी गयी थी।
इसके क्रम में कई जेई अपने मूल विभाग जिले में चलें गये थे। लेकिन चर्चित जेई प्रवीण कुमार का गाजीपुर जिले में आजतक संबंद्धता के नाम पर रहना और चार-चार ब्लाक का चार्ज लेना यह योगी सरकार को आईना दिखा रहा है कि कागज में आदेश कुछ होता है और जमीन पर उतरता है कुछ और। इस संदर्भ में एमएलसी चंचल सिंह ने गाजीपुर न्यूज़ टीम को बताया कि योगी सरकार भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए कृतसंकल्पित है भ्रष्टाचारी अधिकारियो और कर्मचारियो के खिलाफ सरकार कार्रवाई कर रही है। सैकड़ो आईएएस, आईपीएएस, पीसीएएस अधिकारी व ईजिनियरो पर कार्रवाई तत्काल हुई है, इस मामले की जांच कराकर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।