गाजीपुर भाजपा जिलाध्यक्ष चुनाव: उम्र कम होने के चलते युवा नेता योगेश सिंह की दावेदारी खारिज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भाजपा जिला अध्यक्ष पद के लिए भारी गहमागहमी के बीच बुधवार को तय समय में कुल 23 लोगों ने जिलाध्यक्ष के लिए पर्चा लिया। जिनमें से 22 कार्यकर्ताओं ने पर्चा जमा कर दिया। दोपहर 3:00 बजे तक पर्चे की जांच की गई, जिसमें 10 पर्चे अवैध घोषित किए गए वहीं 12 उम्मीदवारों उम्मीदवारी मान्य करते हुए जिलाध्यक्ष पद पर उनकी दावेदारी मंजूर कर ली गई। अब देखना है कि गाजीपुर भाजपा जिला अध्यक्ष के पद पर कौन नियुक्त हो पाता है।
जिन लोगों के पर्चे वैध हुए उनमें पहला नाम युवा तुर्क नेता अनिल कुमार पांडेय, निवर्तमान जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, राघवेंद्र सिंह, ओम प्रकाश राय, अरविंद प्रजापति, कमलेश प्रकाश सिंह, श्याम राज तिवारी, अखिलेश कुमार सिंह, बृजनंदन सिंह, सुनील कुमार सिंह, ओम प्रकाश राय और वृजन्नदन पांडेय शामिल रहे। जिन 10 लोगों का दावेदारी खारिज की गई उसमें सबसे चर्चित नाम के रूप में शामिल रहे युवा नेता योगेश सिंह की लोगों में देर तक चर्चा होती रही। हालांकि उनकी दावेदारी खारिज होने के पीछे उनकी उम्र का कम होना ही सामने आया। गौरतलब हो कि भाजपा जिला अध्यक्ष पद के लिए न्यूनतम उम्र 40 वर्ष होनी चाहिए लेकिन योगेश सिंह की उम्र मात्र 32 वर्ष सही पाई गई जिसके चलते उनका पर्चा खारिज कर दिया गया।
युवा नेता यही नारे लगाते नजर आया हम भी हैं जोश में…
भाजपा जिला अध्यक्ष पद के लिए कुल 12 लोगों की दावेदारी हुई, जिनमें छात्र संघ से पूर्व उपाध्यक्ष वर्तमान में जिला पंचायत प्रतिनिधि अनिल पांडेय की चर्चा होती रही। वर्ष 2000 में सहजानंद पीजी कॉलेज से छात्र संघ उपाध्यक्ष रहने के बाद वर्ष 2000 में ही भाजयुमो जिला मंत्री रहे। अनिल पांडेय 2009 में भाजपा जिला मंत्री के साथ ही 2014 लोकसभा चुनाव जो भाजपा के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ, उस अहम लोकसभा चुनाव में अनिल पांडेय को चुनाव प्रचार अभियान समिति जिला संयोजक का पद प्राप्त हुआ था।
युवा नेता के संघर्ष का कारवां यहीं नहीं रुका जखनिया क्षेत्र में घोर जातिवादी कई जाने वाली क्षेत्र से जिला पंचायत का चुनाव लड़ते हुए वर्ष 2011 में मात्र 164 मतों से पराजित होने वाले नेता अनिल पांडे ने वर्ष 2016 के जिला पंचायत चुनाव में अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाया। जिसमें उन्हें 8600 मत प्राप्त ही नहीं हुए बल्कि उनके खिलाफ लड़े सभी नेताओं की जमानत भी जप्त हो गई थी। अब देखना है भाजपा जिलाध्यक्ष के चुनाव में यह नेता अपना करिश्मा कहां तक बरकरार रख पाता है लेकिन फिलहाल तो युवा नेता यही नारे लगाते नजर आया “हम भी हैं जोश में”