गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र: अफजाल अंसारी के अगुवाई में सपा-बसपा कार्यकर्ताओं के तालमेल से विरोधियो में बेचैनी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सपा-बसपा गठबंधन टूटे महीनो हो गये है लेकिन गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में अभी भी सांसद अफजाल अंसारी के अगुवाई में गठबंधन का नजारा देखने को मिल जाता है। सांसद अफजाल अंसारी का यदुवंशी प्रेम पूरे लोकसभा में चर्चा का विषय बना हुआ है। सांसद निर्वाचित होने व गठबंधन टूटने के कुछ दिनो बाद करंडा क्षेत्र के सलारपुर गांव में जिला पंचायत पप्पू यादव हत्या के घटना में सांसद अफजाल अंसारी ने समाजवादी पार्टी के विधायक व कार्यकर्ताओं के साथ चक्काजाम किया और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाने आये सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ शोकसभा शामिल हुए। इसी तरह सैकड़ो ऐसे घटनाएं हुई जहां पर सांसद अफजाल अंसारी ने पार्टी लाइन का दरकिनार करते हुए यदुवंशियो के साथ खड़े दिखे।
पिछले दिनो जिला पंचायत सभागार में आयोजित जनप्रतिनिधियो, कार्यकर्ताओं व शुभचिंतको के साथ बैठक में सबसे ज्यादा समाजवादी लोग ही दिखे। उस बैठक को संबोधित करते हुए बसपा के वरिष्ठ नेता रितेश कुमार ने कहा कि बसपा सांसद अफजाल अंसारी से अपील करता हूं कि चुनाव जीताने में अहम भूमिका निभाने वाले समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के हितो का सबसे पहले ध्यान रखे, इसके बाद अपने पार्टी की बात सुने। जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि व वरिष्ठ सपा नेता विजय सिंह यादव ने गाजीपुर न्यूज़ टीम को बताया कि सत्ता व धनबल को दरकिनार कर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अफजाल अंसारी को बहुमत के साथ जिताया है, इसलिए मानवता के आधार पर इनका ख्याल रखना चाहिए।
गठबंधन बड़े नेताओं के बीच बना और टूटा, लेकिन दिलो के रिश्ते सपा और बसपा कार्यकर्ताओं के बीच आज भी है। बसपा के जिला पंचायत सदस्य सुभास् राम ने कहा कि बड़े नेता अपने स्वार्थ के लिए गठबंधन बनाते और तोड़ते है, लेकिन भाजपा जैसी साम्प्रदायिक तत्वो से लड़ने के लिए आपसी तालमेल जरूरी है। लोकसभा क्षेत्र गाजीपुर में सांसद अफजाल अंसारी के अगुवाई में दोनो दलों के कार्यकर्ताओं की तालमेल की खबर से राजनैतिक गलियारो में हलचल है कि भाजपा यह जानती है जबतक दोनो दलों के कार्यकर्ताओं में तालमेल बना रहेंगा तो जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत तथा एमएलए व एमएलसी के चुनाव की डगर बहुत कठीन होगी।