गाजीपुर: अलीशा हत्याकांड पर्दाफाश - अलिशा के शव को मिट्टी देने वाला जीजा ही निकला कातिल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जिले का चर्चित अलिशा हत्याकांड का पुलिस ने आज खुलासा कर दिया है। साली से शादी करने के चक्कर में जीजा ने अलिशा ने नृशंस हत्या कर दी। पुलिस कर्यालय में आयोजित बुद्धवार को प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक डा. अरबिंद चतुर्वेदी ने बताया कि एक नवंबर को बिरनो थाना क्षेत्र के अंर्तगत रोड के किनारे एक युवती की नृशंस हत्या कर लाश सड़क के किनारे फेंक दिया गया था। इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एसपी ग्रामीण के नेतत्व में सीओं कासिमाबाद, क्राइम ब्रांच गाजीपुर थाना बिरनो की टीम लगाई गयी। घटना स्थल का निरीक्षण करने पर कुछ साक्ष्यो व मृतका के मोबाइल के कॉल डिटेल का विश्लेषण किया गया तो मृतका का जीजा इमाम अहमद सिद्दीकी उर्फ इमाम बक्श पुत्र रियाज अहमद निवासी पखनपुरा थाना भांवरकोल के ऊपर शक की सुई पहुंची।
पांच नवंबर को पुलिस ने रौजा तिराहा से इमाम बक्श को गिरफ्तार किया उसके पास से एक मोटरसाइकिल, हत्या में प्रयुक्त चापड़, पिट्टू बैग, मृतका का गुलाबी रंग का बैग, चप्पल, दो मोबाइल व तीन सिम बरामद किया। पूछताछ के दौरान अभियुक्त इमाम बक्श ने बताया कि मैं मृतका अलिशा का सगा जीजा हूं, मृतका कुल आठ बहने व दो भाई थे। मृतका के परिवार की आर्थिक स्थित अच्छी नही थी तो हम समय-समय पर आर्थिक मदद करते थे। मेरी सास को केंसर था, इसके इलाज हेतु वह अक्सर वाराणसी जाती थी। इलाज के दौरान साली अलिशा से हमारे अच्छे संबंध बन गये और कई बार शारिरिक संबंध भी हुआ। हत्यारे ने बताया कि मृतका अलिशा एक खुले विचार की लड़की थी, और वह कालेज में क्लर्क व कुछ लड़को से बातचीत भी करती थी।
जिसपर मेरे मना करने पर नही मानती थी, वह कहती थी हमारी जिंदगी है आपसे क्या मतलब। यह बात मुझे बहुत नागवार लगी और मैं अलिशा से शादी करना चाहता था, लेकिन उसके द्वारा मना कर दिया गया। जिसके कारण मैं काफी गुस्से में आ गया और उसे जान से मारने का मन बना लिया। मृतका द्वारा पढाई व नौकरी के लिए किछौछा शरीफ दरगाह में मन्नत मांगी थी और वहीं पर साथ चलने के लिए कहती थी। घटना के दिन मैने फोन करके अलिशा को बुलाया और कहा कि चलों दरगाह पर दर्शन करने चलते है। इसके बाद हम लोगो ने किछौछा शरीफ दरगाह पहुंचकर दर्शन किये और जब वापस आने लगे तो रास्ते में सुनसान रोड के किनारे पेशाब करने का बहाना बनाकर बाइक से उतरा तो मृतका दूसरे तरफ मुंह करके खड़ी हो गयी मैने उसी वक्त चापड़ निकालकर मृतका के ऊपर वार कर दिया।
मृतका गिरकर तड़पने लगी जिसपर हमने उसे झाड़ी में ले जाकर उसके ऊपर अनगिनत बार वार किया और उसका चेहरा बुरी तरह से काट डाला, उसके बाद मै रौजा होते हुए अपने गांव पखनपुरा आ गया। रास्ते में मैने मृतका का बैग व चप्पल को फेंक दिया। हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में एसओं बिरनो अब्दुल वसीम, एसआई धर्मवीर सिंह, एसआई रामनिवास, एसआई विजय यादव, एसआई इष्टदेव पांडेय, सिपाही संजय पटेल, विकास श्रीवास्तव, राहुल आदि लोग थे।