गाजीपुर: जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य के सवाल पर बगलें झांकने लगीं मैडम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मनिहारी जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य ने शनिवार को ब्लाक के पीएचसी व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कक्षा में पढ़ा रहीं मैडम से दीवाल पर बने रैनबो के कितने और कौन-कौन कलर होते हैं के बारे में पूछा तो वह बगलें झांकने लगीं। इस पर डीएम बिफर पड़े और हिदायत दी कि खुद पढ़कर बच्चों को पढ़ाओ और उन्हें सही जानकारी दो। वहीं पीएचसी में फटी चादर देखकर उन्होंने जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई और तत्काल बदलने का निर्देश दिया।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मनिहारी में बच्चों से खान-पान एवं पढ़ाई के विषय में जानकारी ली। विद्यालय की खिड़की टूटी होने पर वार्डेन माधुरी यादव को डांट पिलाई। चेताया कि बच्चियों के साथ कुछ हुआ तो जेल की हवा खानी पड़ेगी। भोजनालय में आटा, चावल, तेल, मशाला की भी जांच की। आटा की बोरी पर मार्का व एक्सपाइरी डेट दर्ज नहीं होने पर बीएसए श्रवण कुमार को जांच कर देखने का आदेश दिया। जिलाधिकारी को वार्डेन ने बताया कि बच्चों को आरओ का पानी दिया जाता है। डीएम ने किचन में लगे आरो सिस्टम को खराब देखकर बच्चों से पूछा तो बताया गया कि हैंडपंप का पानी पीते हैं।
इस पर डीएम ने वार्डेन को खूब खरी-खोटी सुनाई। इससे पहले जिलाधिकारी ने पीएचसी का निरीक्षण किया। सबसे पहले प्रसव की जानकारी ली। उचित जवाब नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कड़ी हिदायत दी कि प्रसव के बाद कम से कम 48 घंटे तक जच्चा-बच्चा की देखभाल कर अस्पताल से छोड़ा जाए। सीएमओ को निर्देश दिया कि सभी मशीनों एवं उपकरणों को तत्काल ठीक करवाएं। मरीजों के लिए लगाए गए बेड पर फटी चादर देख प्रभारी चिकित्साधिकारी पर बिफर पड़े और तत्काल नई चादर लगाने का निर्देश दिया। चेताया कि पहली बार है इसलिए छोड़ दे रहा हूं अब कमियां मिली तो कड़ी कार्रवाई होगी।