गाजीपुर: असंख्य दीपों से इठलाए लहुरीकाशी के घाट, रहा अद्भुत नजारा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर देवदीपावली पर मंगलवार को असंख्यक दीपों से जगमग लहुरीकाशी के घाट इठला उठे। मानों आसमान से धरती पर सितारे उतर आए हों। इनकी जगमग आसमां में सितारों की आभा को फीका कर रहे थे। कतार में जल रहे हजारों दीए न सिर्फ अपनी आलौकिक छटा बिखेर रहे थे बल्कि गंगा में उनकी आभा जैसी अठखेलियां कर रही हों। सीढि़यों के नीचे गंगा के पानी में दीयों का अक्स अद्भुत नजर आ रहा था। इस मौके पर विभिन्न संस्थाओं ने घाटों पर रंगोली बनाकर लोगों का मन मोह लिया। सबके मुंह से बस अद्भुत , अलौकिक और बेमिसाल के शब्द निकल रहे थे। देर रात तक लोग घाट किनारे तथा नावों पर बैठ इस नजारे को मोबाइल फोन व कैमरों में कैद किए।
सुबह से ही नगर के चीतनाथ घाट, स्टीमरघाट, अंजही घाट, पक्का घाट, कलेक्टर घाट एवं ददरीघाट पर लोग साफ-सफाई का काम करने लगे थे। शाम होते ही लोगों ने दीयों की कतार लगनी शुरू कर दी। सबसे अधिक दीप कलेक्टर घाट पर लगाए गए थे। सूरज ढलते ही दीए टिमटिमा उठे। हजारों की संख्या में जले दीपक एक अनोखी छटा बिखेर रहे थे। कुछ श्रद्धालुओं ले दिए जलाकर गंगा में छोड़ दिए। पानी पर तैरते हुए दियों का दृश्य बड़ा ही मनोरम लग रहा था। इसके नजारे के लिए लोग नाव से गंगा भ्रमण करते रहे। वहीं कुछ युवा इसके बीच में सेल्फी ले कर इसे यादगार बना रहे थे।
दीप जलाकर शहीदों को किया याद
सैदपुर : नगर में बूढ़ेनाथ महादेव घाट पर आकर्षक नजारा था। जरई के बीच लगे दीपक लोगों को आकर्षित कर रहे थे। घाट की सीढि़यों पर बनाई गई विभिन्न प्रकार के रंगोलियों को दीपक से सजाने के साथ ही घाट की सीढि़यों को दीपक से सजाया गया था। शहीदों की तस्वीर लगाकर एक दिया शहीदों के नाम का स्लोगन लिखा गया था जिसके सामने लोग दिया जला रहे थे। बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर के अलावा परिसर में स्थित दुर्गा मंदिर, हनुमान मंदिर, श्रीराम जानकी मंदिर, गणेश मंदिर व धर्मशाला को झालर व फूल-मालाओं से भव्य तरीके से सजाया गया था। दीपोत्सव का शुभारंभ उपजिलाधिकारी डा. वेदप्रकाश मिश्र ने दीपक जलाकर किया। सीओ आरबी सिंह, कोतवाल श्यामजी यादव, चेयरमैन प्रतिनिधि शशि सोनकर, मां गंगा सेवा संघ के अध्यक्ष दिनेश कुशवाहा, राजेंद्र कुशवाहा, पंकज कुशवाहा, अवनीश चौबे, सभासद बृजेश जायसवाल, अजय पाठक आदि थे। इसी क्रम में नगर स्थित पक्का घाट, संगत घाट, महावीर घाट, रामघाट, रंगमहल घाट, जौहरगंज स्थित मां काली घाट, औड़िहार स्थित बराह रूप घाट पर दीप जलाए गए थे। सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ थी। खानपुर: कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर स्नान दान के साथ लोगों ने शाम होते ही घरों के दरवाजों और छतों पर दीप जलाकर दीपावली का त्यौहार पखवारे बाद पुन: मनाया गया। मंदिरों में रामायण पाठ के साथ बृहद भंडारे का आयोजन कर लोगों ने सामूहिक भोज में प्रसाद ग्रहण किया। कासिमाबाद : स्थानीय रामलीला मैदान एवं दुर्गा मंदिर पर देव दीपावली के मौके पर हजारों दीपक जलाए गए। इस मौके पर हंस वर्मा, संदीप जायसवाल, सूरज ठाकुर, जितेंद्र तिवारी, राजू ठाकुर, दीपक वर्मा, आदिति जायसवाल, संजय यादव आदि थे।
रंगोली ने बिखेरी छटा
चीतनाथ घाट पर गंगा सेवा समिति की ओर से रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ इसमें 20 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। विभिन्न रंगों में सजी रंगोली अपनी आकर्षक छटा बिखेर रही थी। देर रात इसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभगियों को पुरस्कृत किया गया। शादियाबाद : कस्बा के पुरानी बाजार स्थित राधाकृष्ण मंदिर परिसर में देव दीपावली पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किय गया। प्रतियोगिता में शामिल युवतियों ने एक से बढ़कर एक रंगोली बनाया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीम को अतिथियों द्वारा नकद ईनाम व मेडल देकर सम्मानित किया गया। आयोजक संगम मोदनवाल, रजत कुमार, राहुल कुमार, विजय कुमार, अनमोल कुमार, आर्यन कुमार, आयुष कुमार, अनील कसोधन, शनि जायसवाल आदि थे।
जलाए गये 51 हजार दीप
मुहम्मदाबाद : देव दीपावली पर नगर स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में व सटे पोखरे पर 51 हजार दीप जलाए गये। कार्यक्रम में अभिषेक तिवारी, टोनी वर्मा, राजा गुप्ता, आनंद कुमार त्रिपाठी, प्रिस अग्रवाल, शेखर राय, अमरनाथ राय, जितेश राय, विवेक वर्मा, राजेश गुप्ता, श्रीराम राय, जैनेश पंकज आदि थे। संचालन राजेश राय पिटू ने किया। जंगीपुर : रामजानकी पोखरे पर बड़ी संख्या में दीप जलाए गए। सादात : नगर के टाउन एरिया कार्यालय के बगल मे ं स्थित मां काली मंदिर सहित बगल मे स्थित छेदी साव पोखरा के घाटों पर आकर्षक ढंग से सजाया गया था। इसमें गोलू मद्वेशिया, शैलेंद्र, संदीप, संजय, अजय, गुड्डू आदि का सहयोग रहा। भांवरकोल : ग्राम सभा रेवसड़ा में सार्वजनिक दुर्गा पूजन समिति के तरफ से मां काली के स्थान पर 5100 दीप जलाकर देव दीपावली पर्व मनाया गया। संदीप सिंह कुशवाहा, नंदू कुशवाहा, बृजेश, शिववचन, शिवजनम आदि थे।