गाजीपुर: ब्लैक लिस्टेड में डाला गया डिबार कालेज भी बना केंद्र
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर यूपी बोर्ड के हाइस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए आनलाइन केंद्रों के निर्धारण की लिस्ट ने यह साफ कर दिया है कि यहां नकल माफिया हावी हैं। वह जो चाहेंगे वही होगा, जिम्मेदार जीरो हैं। यह विडंबना नहीं तो और क्या है कि जिस विद्यालय को एसटीएफ ने पकड़ा, जिसे काली सूची में डाला गया, बकायदा उस पर एफआइआर दर्ज हुआ उसे भी केंद्र बना दिया गया। यह तो महज बानगी भर है केंद्रों के निर्धारण में लंबा खेल हुआ है।
इस बार कुल 215 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जो पिछली बार से 74 कम हैं। वहीं पिछले केंद्रों में से 103 कट गए हैं और 29 नए बढ़े हैं। पिछली बार परीक्षा में नकल को न रोके जा पाने के हाल में तत्कालीन जिलाधिकारी के बालाजी की संस्तुति पर एसटीएफ को लगाया गया था जिसने सामूहिक नकल पकड़ा था। इस बार हैरत तरीके से उस डिबार मां देइया इंटर कालेज हरिकरनरपुर बिजौरा को भी केंद्र बना दिया गया। इसे सामूहिक नकल में पकड़े जाने पर काली सूची में डाला गया था।
एसटीएफ टीम द्वारा यहां साल्वर गैंग पकड़े जाने के बाद एफआइआर भी कराया गया था। बहरहाल, मंगलवार को सूची वेबसाइट पर अपलोड करने के साथ परीक्षा केंद्रों की सूची जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय एवं राजकीय सिटी इंटर कालेज के सूचना पट्ट पर चस्पा की गई तो इसके सहित अन्य तमाम नाम देखकर लोग दंग रह गए। जिला विद्यालय निरीक्षक ओमप्रकाश राय ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर प्रदर्शित परीक्षा केंद्रों के संबंध में किसी तरह की आपत्ति को 14 नवंबर को शाम पांच बजे तक कार्यालय में प्राप्त कराया जा सकता है। जांच कर आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा।
पिछली बार से कम हैं 2641 छात्र
इस बार हाइस्कूल व इंटरमीडिएट के लिए कुल एक लाख 77 हजार 601 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं, जो पिछली बार से 2641 कम हैं। हाइस्कूल में 92845 व इंटर में 84756 छात्र हैं। वहीं पिछली बार हाइस्कूल में 97294 व इंटर में 82948 छात्र पंजीकृत थे।
इस कालेज को केंद्र बनाए जाने की सूचना मिली है। जिला समिति की बैठक में इसे निरस्त कर दिया जाएगा। यह केंद्र कैसे बन गया इसे भी देखा जाएगा।-ओमप्रकाश राय, जिला विद्यालय निरीक्षक।