गाजीपुर: विद्युत केंद्रों पर लटकाए ताले, 10 घंटे बिजली काटी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर यूपी पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) में हुए पीएफ घोटाले को लेकर बिजली कर्मियों ने आंदोलन किया। 48 घंटे के कार्य बहिष्कार और प्रदर्शन के दौरान शहर से लेकर देहात तक आपूर्ति बाधित कर दी। कर्मचारियों और इंजीनियर्स ने विद्युत उपकेंद्रों, ट्रांसमिशन और कार्यालयों पर ताला जड़ दिया। कार्यालयों पर निजी कार्याें और बिल जमा करने पहुंचे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। उपभोक्ता शहर में इस दफ्तर से उस दफ्तर तक भटकते रहे।
कई दिन से लगातार खंड द्वितीय आने वाले अधिकारियों की गैरमौजूदगी में हताश नजर आए। सोमवार को गाजीपुर में शहर से लेकर देहात तक भविष्य निधि घोटाले के विरोध में ऊर्जा विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से उपभोक्ताओं को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पीएफ घाेटाले के विरोध में विद्युत कर्मियों ने पावर हाउसों पर ट्राली गिराकर शहर और देहात में सप्लाई बंद हो गई। दुकानों, दफ्तरों, बैंकों और घरों में विद्युत आपूर्ति नहीं होने से कार्य प्रभावित हुए।आमघाट विद्युत खंड कार्यालय द्वितीय पर बिल जमा करने को पहुंच रहे उपभोक्ता परेशान होकर वापस लौटते रहे।
बिजली विभाग में हुए भविष्य निधि घोटाले के विरोध में कर्मचारियों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। सप्ताह पूर्व से लगातार कार्य बहिष्कार पर रह चुके कर्मी सोमवार को फिर 48 घंटे के कार्य बहिष्कार पर चले गए। अब 19 नवंबर को कर्मचारी बहिष्कार पर रहने के कारण उपभोक्ता बिल भी जमा नहीं कर सकेंगे। इसको लेकर आमघाट पहुंचे तमाम उपभोक्ता मायूस और परेशान दिखे। उपभोक्ताआें का कहना था विद्युत कर्मियों के खिलाफ सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। कई दिनों से अभियान के नाम पर अधिकारी दफ्तरों में नहीं है तो अब हड़ताल और कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। लगातार जनता को परेशानी हो रही है।
बड़ीबाग में जुटे कर्मचारियों ने भरी हुंकार
पीएफ घोटाले के विरोध में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में गाजीपुर जिले के अधिकारी-कर्मचारी आंदोलन पर दिखे। बड़ीबाग विद्युत कार्यालय पर जुटे कर्मचारियों ने सोमवार से 48 घंटे की हड़ताल की। बिजली आपूर्ति बहाल रखने की बात थी लेकिन कई केंद्रों पर तालाबंदी कर लाइट काटी गई। विद्युत वितरण उपकेंद्रों सहित पारेषण, वितरण व उत्पादन के अन्य सभी कर्मचारी व अभियंता पूरी तरह कार्य बहिष्कार किया। विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों की मुख्य एक ही मांग है। भविष्य निधि का पैसा सरकार वापस दिलाए।
हंगामा और उपद्रव करने वालों पर होगी कार्रवाई
डीएम जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य ने कहा कि शासन के निर्देश पर टीमों को लगाया गया है। हंगामा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में आपूर्ति बाधित नहीं होने दी जाएगी। जनता की समस्याओं का समाधान करेंगे।
पीएफ का पैसा बिजली कर्मचारियों का खून-पसीना: मन्नू सिंह
पूर्व मंत्री ओमप्रकाशसिंह के प्रतिनिधि सपा नेता मन्नू सिंह ने विद्युत कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन किया है। पीएफ का पैसा बिजली विभाग के कर्मचारियों के खून-पसीने की कमाई है। सरकार हलफनामा दे कि कर्मचारियों के पीएफ का पैसा पूरी तरह सुरक्षित है।जिसका सरकार भुगतान करेगी और फिर दोषियों के खिलाफ जांच कराए।इसके अलावा उप्र के सभी विभागों में पीएफ की जांच कराई जाए, उन विभागों में भी बड़े घोटाले की संभावना है। मन्नू सिंह ने कहा कि हम आंदोलन करने वालों के साथ हैं और सड़क से लेकर संसद तक प्रदर्शन करेंगे। ऊर्जामंत्री को बचाने के लिए योगी सरकार ऐसा कर रही है, कि जांच के नाम पर कुछ अधिकारियों को झूठा ही फंसा रही है।