गाजीपुर: चौदह पुलिस कर्मियों के जिम्मे है जिले की यातायात व्यवस्था
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर शहर की यातायात व्यवस्था जैसे-तैसे संचालित हो रही है। इसका मुख्य कारण पुलिस महकमे के पास संसाधनों की कमी है। यातायात व्यवस्था को संचालित करने के लिए कुल 14 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। यह ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है। पुलिसकर्मियों के साथ विभाग के पास अन्य संसाधनों की भी कमी है। इसके कारण शहर के कई तिराहे-चौराहे यातायात पुलिस विहीन हैं। ऐसे में जहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, वहीं जाम लगने पर लोगों को ट्रैफिक पुलिस का न होना खल रहा है।
लहुरीकाशी कहे जाने वाले गाजीपुर जनपद की आबादी लगभग 40 लाख है। ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों लोग प्रतिदिन कोर्ट-कचहरी, उपचार, सामानों की खरीददारी सहित अन्य कार्यों के लिए प्रतिदिन आते हैं। इससे सुबह ही नगर के मार्गों पर आवागमन का दबाव बढ़ जाता है, जो देर शाम बना रहता है। इस दौरान मिश्रबाजार, विशेश्वरगंज, लंका, महुआबाग के साथ ही कई तिराहा-चौराहा पर लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है। इस दौरान लोगों को ट्रैफिक पुलिस की कर्मी खलती है। गोराबाजार निवासी विशाल कुमार और पुलिस लाइन के धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि नगर की यातायात व्यवस्था दुरुस्त नहीं है।
कई तिराहा-चौराहा पर ट्रैफिक की तैनाती न होना लोगों को खलता है। एक तरफ जहां दुर्घटनाएं होती है, वहीं लोगों को जाम का मुंह देखना पड़ता है। पचरस्ता के बुल्लू सैनी और बरबरहना के आदिल ने कहा कि यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने में ट्रैफिक पुलिस की अहम भूमिका होती है, लेकिन दुर्भाग्य है कि अधिकांश मार्गों पर ट्रैफिक पुलिस दिखाई नहीं देती है, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है और लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। उधर, सूत्रों की माने तो शहर की यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए यातायात प्रभारी सहित सिर्फ 14 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती है।
कम से कम 50 पुलिसकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए। इसके साथ ही संसाधनों की कमी है। सिर्फ 50 बैरियर, एक पैथ एलाइजर, चालान करने के लिए एक टेबलेट मिला है। पुलिसकर्मियों के अभाव में सिर्फ विकास भवन चौराहा, विशेश्वरगंज, रौजा और भुटहिया टाड़ पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती है। ट्रैफिक विभाग को सिग्नल लाइट, ट्रैफिक पुलिस बूथ, कम से कम 100 बैरियर के साथ ही अन्य संसाधनों की आवश्यकता है।