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गाजीपुर के यतींद्र राय को सेवा मेडल, मानेसर एनएसजी कैंपस में हुआ सम्मान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जम्मू में ऐतिहासिक रघुनाथ मंदिर हमले में दो आतंकियों को मार गिराने वाले एनएसजी के अपर जेएजी यतीन्द्र नाथ राय को सरकार ने सेवा मेडल दिया है। 20 साल से देश सेवा में कई मोर्चा लेने और आतंकियों का सफाया करने पर उन्हें यह सम्मान दिया गया। मंगलवार को राष्ट्रपति की ओर से हरियाणा के मानेसर में गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें यह मेडल लगाया और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया। अपर जनरल की सेवाओं की सराहना करते हुए देश में उनके परिवार के बलिदान को अतुलनीय बताया। 

मानेसर स्थित नेशनल सिक्युरिटी गार्ड कैंपस में मंगलवार को एनएसजी का 35वां स्थापना दिवस मनाया गया। एनएसजी के स्थापना दिवस पर सेवा और वीरता  पुरस्कार दिए गए। गाजीपुर के डेढ़गांवा निवासी एजेएजी यतींद्र नाथ राय को राष्ट्रपति की ओर से स्वीकृत पुरस्कार दिया गया। अमित शाह ने उनके सीने पर सराहनीय सेवा पदक (पुलिस मेडल) लगाया। उन्हें सेवाओं के लिए प्रशस्ति-पत्र दिया। लगातार आतंकियों से मोर्चा लेने और उनका सफाया करने के जज्बे पर उत्साहवर्धन भी किया। एनएसजी में अपर जेएजी यतीन्द्र राय वर्तमान समय में प्रतिनियुक्ति पर एनएसजी में 2015 से सेवाएं दे रहे हैं, उनका मूल कैडल सीआरपीएफ है। पुरस्कार मिलने के बाद एजेएजी यतींद्र नाथ ने हिन्दुस्तान से बातचीत की और अपनी खुशी को साझा किया।

एजेएजी यतीन्द्र राय 17 साल पहले नवंबर 2002 में जम्मू में तैनाथ थे और रघुनाथ मंदिर पर फिदाइन हमले पर टीम को लीड किया था। उनकी बंदूक से निकली गोलियों ने दो आतंकी मार गिराए थे। हमले में उनका बायां हाथ पूरी तरह से छलनी हो गया था और वे लंबे समय से अस्पताल में रहे। इसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने उन्हें वीरता पुरस्कार दिया था। इसके अलावा भी कई पदक और मेडल उन्हें बीस साल की सेवा के दौरान मिले। उनके भाई कर्नल एमएन राय देश सेवा के दौरान शहीद हो गए थे। इनके परिवार के अन्य लोग भी सेना में सेवाएं दे रहे हैं।
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