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गाजीपुर: मोबाइल बंद करने के आदेश को लेकर उलझे स्कूल-कालेज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर स्कूल-कालेज में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी होने के बाद तो जैसे कालेज प्रबंधन सहित छात्र-छात्राओं में सन्नाटा पसर गया है। हालांकि अधिकतर स्कूल -कालेजों में पहले से ही मोबाइल के अनावश्यक प्रयोग पर रोक है, बावजूद छात्र-छात्राएं लुकछिप कर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। सरकार ने अब इसे सख्ती से लागू करने को कहा है जिसे लेकर कालेज प्रबंधन गंभीर है।

महान स्वतंत्रता सेनानी व प्रखर समाजवादी चितक प्रभु नारायण सिंह के नाम पर इस विद्यालय की स्थापना हुई है उनके आदर्शों चलता है। अनुशासन को पठन-पाठन के मामले में यह विद्यालय विश्वविद्यालय में अपना स्थान बना चुका है विद्यालय में पहले से ही मोबाइल के प्रयोग पर रोक लगा दिया गया है। इस मामले में पहले भी कई लोगों पर कार्रवाई हो चुकी है। - डा. बृजभान सिंह बघेल, प्रबंधक प्रभु नारायण सिंह महाविद्यालय कासिमाबाद।

हमारे महाविद्यालय में मोबाइल का उपयोग पहले से ही प्रतिबंधित है। कैंपस के अंदर किसी को मोबाइल फोन के प्रयोग की अनुमति नहीं है। लेकिन मोबाइल के प्रयोग पर पूरी तरह रोक लगाना नामुमकिन लग रहा है, दूसरी तरफ सरकार ही डिजिटल इंडिया का नारा देकर इसे बढ़ावा दे रही है। फिर भी अगर सरकार का आदेश आएगा तो उसे लागू किया जाएगा।- दिनेश सिंह, कार्यालय अधीक्षक प्रभु नारायण सिंह महाविद्यालय।

सरकार द्वारा मोबाइल पर रोक लगाना पूरी तरह से उचित है। मोबाइल के कारण बच्चे उसी में व्यस्त रहते हैं जिससे उनका ध्यान पढ़ाई पर कम लगता था। सरकार का यह फैसला पूरी तरह से सही है। - चितरंजन चौहान, अभिभावक-सोनबरसा कासिमाबाद

सरकार ने छात्र-छात्राओं पर मोबाइल के प्रयोग पर पाबंदी लगा रही है लेकिन बिना मोबाइल फोन के कैसे काम चलेगा। एक तरफ सरकार डिजिटल इंडिया बना रही है वहीं मोबाइल पर रोक भी लगा रही है। हालांकि स्कूल-कालेज में इसका प्रयोग कम करना चाहिए। - राजेश, अभिभावक-शहाबुद्दीनपुर।

मोबाइल पर प्रतिबंध लगाया जाएगा तो स्कूल-कॉलेज में छात्र-छात्राओं को परेशानी होगी। जो छात्र-छात्राएं दूर से आते हैं मोबाइल के माध्यम से अपने परिजनों से जुड़े रहते हैं। मोबाइल पर पूरी तरह से प्रतिबंध उचित नहीं है। - प्रिया यादव, छात्रा बीए तृतीय वर्ष।

महाविद्यालय में मोबाइल प्रतिबंधित होना चाहिए। छात्र-छात्राएं कक्षा में इसका अनावश्यक प्रयोग करते हैं जिससे अन्य छात्रों को परेशानी होती है। उनका ध्यान पढ़ाई से हट जाता है। - आरती, छात्रा बीए तृतीय वर्ष।

स्कूल-कॉलेज में मोबाइल पर पूरी तरह से प्रतिबंध होना चाहिए। यह पढ़ाई में बाधक है। मोबाइल साथ लाने वाले छात्र-छात्राएं इसी में व्यस्त रहते हैं। उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता है। - गरिमा छात्रा बीए प्रथम वर्ष

सरकार द्वारा स्कूल कॉलेज में मोबाइल के प्रयोग पर प्रतिबंध जायज है क्योंकि इसके पास रहने से बार-बार फोन आने के कारण पढ़ाई में मन नहीं लगता है। फेसबुक, व्हाट्सएप का प्रयोग भी पढ़ाई में बाधक है। - शिवांगी छात्रा बीए द्वितीय वर्ष।

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