गाजीपुर: विजयादशमी के साथ संघ ने मनाया स्थापना दिवस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के छः उत्सव में विजयादशमी पर्व स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। सन् 1925 में विजयादशमी के दिन केशव बलिराम हेडगेवार ने इसकी स्थापना की थी। जिसे संघ के 94 वर्ष पूर्ण होने पर नगर खण्ड के विवेकानन्द शाखा, गांधीपार्क आमघाट में प्रातः 8 बजे मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख मिथलेश व कार्यक्रम के अध्यक्ष सुरेन्द्र बहादुर राय रिटायर्ड कैप्टन आर्मी, जिला संघचालक अशोक राय ने मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम व संघ के संस्थापक डा. केशव बलिराम हेडगेवार व गुरू सदाशिव राव गोलवरकर के चित्र पर मार्लापण करते हुए अस्त्र-शस्त्र का विधिवत पूजन किया।
मुख्य अतिथि ने संघ की स्थापना के 94 वर्ष पूर्ण होने और 95 वें वर्ष में प्रवेश पर लोगो के जिज्ञासा को शान्त करते हुए अपने उदबोधन में बताया कि सबरी के झुठे बैर खाकर सबरी को गले लगाये ओैर जटायु के प्रसंग के बिना श्रीराम मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम नही होते उन्हे हिन्दुस्तान भगवान नही मानता। श्रीराम मानवसमाज में धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र को देव स्वरूप मानकर उनकी पूजन करते रहे है। शक्ति का दुरूपयोग करने व शस्त्रों को हवा मे लहराकर समाज में भय व्याप्त करने के लिए इनका प्रयोग नही हुआ।
धर्म की रक्षा करने के लिए इसकी पूजा होता है। हमारे धर्म में बच्चा पैदा होते ही उसे पहला गोद नार काटने वाली मां का होता है, तत्पचात शिक्षा देकर ब्राम्हण, अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा देकर क्षत्रिय और अन्तिम संस्कार में आग देने वाला ठोम भी धर्म का रक्षक होता है। मदन मोहन मालवीय कभी संघ के नही थे और उन्होने काशी हिन्दु विश्वविद्यालय की स्थापना की।
तत्कालीन शासन ने उन्हे हिन्दु शब्द हटाने के लिए दबाव डाला गया तब उन्होने बताया की हिन्दु तो उसकी आत्मा है, बिना आत्मा के कोई जीवनमूल्य हो सकता है क्या ? हिन्दु में अस्पृश्ता को समाप्त करने के लिए जगजीवन राम और महामना मदन मोहन मालवी के प्रकरण पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का नेतृत्व व आभार सुशील जिला प्रचारक ने किया। इस अवसर पर सर्वजीत सिंह, जयप्रकाश वर्मा, नीरज, कृष्ण बिहारी राय, सुनील सिंह, अजय पाठक, चन्द्र कुमार तिवारी, कृपाशंकर राय, अनुज राय, ज्ञानप्रकाश, रिशु, जयप्रकाश सिंह, मुन्ना पाण्डेय, अखिलेश सिंह आदि उपस्थित रहे।