गाजीपुर: एक बार फिर पुलिस का क्रूर चेहरा आया सामने, बर्बर पिटाई कर बेकसूर युवकों को पूरी रात हवालात में रखी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर एक बार फिर बेकसूरों के लिए पुलिस की क्रूरता सामने आई है। यह ताजा मामला नगसर थाना का है। चार युवकों की बर्बर पिटाई की गई और अपराधियों की तरह उन्हें पूरी रात थाने की हवालात में रखा गया। छोड़ने से पहले उन युवकों से सौदेबाजी की भी कोशिश हुई। उन युवकों का कसूर बस यही था कि वह अपनी मरखही गाय से मुक्ति के लिए उसे घर से दूर छोड़ने जा रहे थे। पुलिस की बर्बर पिटाई से युवकों में अमित यादव का दाहिना कान जख्मी हो गया है। हालांकि इस मामले में पुलिस कप्तान ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
सुहवल थाने के ढढ़नी रणवीर राय केे रहने वालेे अमित यादव की गाय काफी मरखही हो गई थी। आए दिन किसी न किसी को वह मार देती और उसकी शिकायत अमित को सुननी पड़ती थी। आजिज आकर अमित उससे मुक्ति पाने के लिए कई बार घर से भगाया, लेकिन हर बार वह लौट आई। एक दिन तो हद ही कर दी। अमित की खुद मां को ही वह गाय पटक दी और उनके पेट में गहरा जख्म कर दी। गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर में दाखिल कराना पड़ा। उस घटना के बाद अमित ने किसी भी तरह उस गाय से परिवार का पिंड छुड़ाने का फैसला किया। उसके बाद वह रविवार की रात करीब नौ बजे अपने गांव के युवक अखिलेश चौहान, अरुण चौहान गोलू तथा तारकेश्वर चौहान के साथ गाय को लेकर निकला। तैयारी थी कि उसे बहुत दूर छोड़ा जाएगा। ताकि दोबारा वह वापस न आ सके।
वह लोग गोहदा गांव के पास पहुंचे ही थे कि कुछ अनजान लोगों ने उन्हें रुकने को कहा। फिर कुछ ही देर में तीन बाइक सवार चार सिपाही मौके पर पहुंचे और अमित तथा साथ के युवकों से पूछताछ करने लगे। अमित ने पूरा किस्सा बताया, लेकिन सिपाही उसकी एक नहीं सुने और उन्हें कसाई करार देते हुए उनके साथ गाली-गलौज करने लगे। अमित ने आपत्ति की तो वह अमित तथा साथ के युवकों पर एकदम से पिल पड़े। उसके बाद उन सभी को नगसर थाना लाया गया। वहां भी उनकी पिटाई हुई। फिर उनको हवालात में डाल दिया गया। उसके बाद उनसे छोड़ने के नाम पर 30 हजार रुपये की मांग की जाने लगी। वह असमर्थता जताए तो उस रकम में कुछ कम कर देने की भी बात कही गई। सुबह चाहे जैसे भी उन युवकों से एक कागज पर दस्तखत करा कर छोड़ दिया गया। अमित ने बताया कि थाने में लाने पर उससे अपनी गाय को एक ओर बंधवाया गया था। जहां पहले से चार-पांच गाय रखी गई थीं, लेकिन सुबह वह गाय वहां नहीं थीं और उसे अपनी गाय ले जाकर कहीं अन्यत्र छोड़ने को कहा गया।
अमित सोमवार की सुबह जिला अस्पताल पहुंच कर सिपाहियों की पिटाई से जख्मी अपने कान का उपचार कराया। साथ ही पुलिस कप्तान को लिखित शिकायत की। उसमें नगसर थाने में तैनात सिपाही महेश मौर्य, जितेंद्र, मुकेश तथा मणि यादव को आरोपित किया। इस सिलसिले में पुलिस कप्तान डॉ.अरविंद चतुर्वेदी से संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
इसके पहले पुलिस की बर्बरता की घटना ऐन दशहरा के दिन हुई थी। जंगीपुर थाने के एसआई केपी सिंह ने मामूली विवाद को लेकर जयंतीदासपुर (नवापुरा) के लकड़ी व्यवसायी भाजपा समर्थक शिवप्रसाद बिंद की बर्बर पिटाई कर उनके एक हाथ की हड्डी तोड़ दी थी। उस घटना से भाजपा कार्यकर्ता गुस्से में हैं। भाजयुमो के पूर्व प्रदेश मंत्री योगेश सिंह पीड़ित को लेकर मुख्यमंत्री से लखनऊ जाने की तैयारी में हैं।