गाजीपुर: बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की धमकी के खिलाफ शम्मी के अभियान को व्यापक जनसमर्थन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की धमकी के खिलाफ प्रमुख समाजसेवी विवेक सिंह शम्मी के हस्ताक्षर अभियान को व्यापक जनसमर्थन है। इसका अंदाजा अभियान के पहले ही दिन सिटी रेलवे स्टेशन पर लगे स्टाल पर उमड़ी भीड़ से मिला। स्टाल पर स्वतः लोग पहुंचते रहे और हस्ताक्षर कर शम्मी के अभियान के प्रति अपना समर्थन जताते रहे। उनमें युवकों की संख्या अपेक्षाकृत ज्यादा दिखी। पहले ही दिन 1800 से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए। श्री मस्त की धमकी है कि गाजीपुर से चलने वाली सुहेलदेव एक्सप्रेस सहित सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का बलिया तक विस्तारीकरण नहीं हुआ तो उनका परिचालन वह एकदम से बंद करा देंगे। उन्होंने इस आशय का बयान बीते शनिवार को बलिया रेलवे स्टेशन पर छपरा-वाराणसी के बीच चलने वाली मेमो ट्रेन के उद्घाटन के मौके पर दिया था।
विवेक सिंह शम्मी ने श्री मस्त के उस बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए ऐलान किया कि वह उसके खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। इस अहम मुद्दे पर जनसमर्थन बटोरने के लिए उन्होंने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। उनका कहना है कि श्री मस्त का वह बयान सांसद पद की गरिमा के बिल्कुल विपरीत है और गाजीपुर के लोगों को उकसाने वाला है। इसके लिए भाजपा को अपने इस बेअंदाज सांसद के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
शम्मी के हस्ताक्षर अभियान को इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष एवं प्रसपा के वरिष्ठ नेता एसपी पांडेय समर्थन देते हुए कहा है कि भाजपा के सांसद जो कि ठेकेदार कम नेता हैं, उनका अपने ही सरकार के खिलाफ ट्रेन को लेकर इस प्रकार का धमकी देना लोक तांत्रिक व्यवस्था पर प्रहार है। गाजीपुर के लोग इसकी निंदा करते हैं। उनके अलावा हस्ताक्षर अभियान को मेदनीपुर प्रधान दीपक सिंह व क्षत्रिय महासभा युवा के अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने भी समर्थन देते हुए आमजन से आग्रह किया है कि इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें।
हस्ताक्षर अभियान के पहले दिन कुंवर वीरेंद्र सिंह, बृजेश यादव, धर्मेंद्र सिंह तुलसी, धनंजय सिंह, राहुल कुशवाहा, अब्दुल अजीज, मनीष पांडेय, सुभम श्रीवास्तव, रवि राज पाल, सूरज सिंह, अंकित सिंह, अरूण श्रीवास्तव, रजनीश मिश्र आदि प्रमुख लोग स्टाल पर उपस्थित थे। यह हस्ताक्षर अभियान 21 अक्टूबर तक चलेगा। 18 अक्टूबर को कचहरी तिराहे पर सुबह दस से शाम चार बजे तक स्टाल लगेगा। लक्ष्य कम से कम दस हजार लोगों का हस्ताक्षर कराने का है। उसके बाद 22 अक्टूबर की सुबह 11 बजे जन हस्ताक्षर सहित रेल मंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा जाएगा।