गाजीपुर: बलिया सांसद को शम्मी की सीधी चुनौती, शुरू करेंगे हस्ताक्षर अभियान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बलिया के भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की ओर से गाजीपुर से चलने वाली प्रमुख ट्रेनों को लेकर दिए गए बयान पर प्रमुख समाजसेवी विवेक कुमार सिंह शम्मी ने कड़ा एतराज जताया है और चेतावनी दी है कि सुहेलदेव एक्सप्रेस सहित अन्य प्रमुख ट्रेनों का बलिया तक विस्तारीकरण गाजीपुर के लोग हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके लिए 17 अक्टूबर से हस्ताक्षर अभियान शुरू होगा। लक्ष्य कम से कम दस हजार लोगों का हस्ताक्षर कराने का है।
शम्मी ने बताया कि यह हस्ताक्षर अभियान 21 अक्टूबर तक चलेगा। अभियान के तहत जिला मुख्यालय पर जगह-जगह स्टाल लगेंगे। पहले दिन सिटी रेलवे स्टेशन पर सुबह 11 से शाम पांच बजे तक स्टाल लगेगा। उसके बाद 18 अक्टूबर को कचहरी तिराहे पर सुबह दस से शाम चार बजे तक स्टाल लगाया जाएगा। 19 अक्टूबर को चीतनाथ पर सुबह दस से दोपहर एक बजे तक और शाम चार बजे से नबाब साहब के फाटक पर रात आठ बजे तक हस्ताक्षऱ कराया जाएगा। 20 अक्टूबर को महुआबाग में शाम तीन से रात नौ बजे और अंतिम दिन लंका पर सुबह 11 से शाम चार बजे तक स्टाल लगेगा। फिर 22 अक्टूबर की सुबह 11 बजे जन हस्ताक्षर सहित रेल मंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा जाएगा।
मालूम हो कि बलिया रेलवे स्टेशन पर बीते शनिवार को छपरा-वाराणसी मेमो ट्रेन के उद्घाटन पर बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा था कि गाजीपुर से दिल्ली जाने वाली सुहेलदेव एक्सप्रेस सहित श्री माता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस और गाजीपुर से ही बांद्रा तक चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के बलिया तक विस्तारीकरण में राजनीतिक अड़ंगा लगाया गया तो फिर उन ट्रेनों का ही परिचालन बंद करवा दिया जाएगा। शम्मी ने श्री मस्त का वह बयान वाला वीडियो वायरल करते हुए कहा कि अव्वल तो सरकारी पार्टी के किसी सांसद का यह बयान सतही राजनीति का नतीजा कहा जा सकता है और यह गाजीपुर के लोगों को उकसाने जैसा है। इस मामले में सरकार और भाजपा को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
शम्मी ने कहा कि बलिया सांसद की यह चुनौती वह कबूल करते हैं और किसी भी दशा में सुहेलदेव एक्सप्रेस सहित गाजीपुर से चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों का विस्तारीकरण बलिया तक नहीं होने देंगे। इसके लिए वह गाजीपुर की जनता को लेकर किसी भी सीमा तक जाने से परहेज नहीं करेंगे। उनका कहना था कि अगर बलिया सांसद की इतनी ही सियासी तकत है तो बलिया से नई ट्रेनों का परिचालन शुरू करा कर दिखाएं।