गाजीपुर: आज से पंडालों में विराजेंगी मां, खुलेगा पट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर नवरात्र की सप्तमी तिथि से शुरू दुर्गा पूजा मेला के बाद दशहरा, भरत मिलाप, दीपावली, डाला छठ तक सिर्फ त्योहारों की धूम रहेगी। दुर्गापूजा के क्रम में जिलेभर में स्थापित पंडालों में सप्तमी के दिन शनिवार को दुर्गा प्रतिमाओं के पट खोल दिए जाएंगे और उनके दर्शन- पूजन का दौर शुरू हो जाएगा। जिले भर में कुल 409 स्थानों पर पंडाल बनाकर दुर्गा प्रतिमाएं रखी जाएंगी। इन प्रतिमाओं में तीन स्थाई हैं। जबकि अन्य अस्थायी हैं। देखा जाए तो 112 जगहों पर रामलीला का मंचन चल रहा है, 47 जगहों पर भरत मिलाप का आयोजन किया जाएगा।
जनपद के 22 मेला स्थलों तथा 18 दुर्गा पंडालों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। सात स्थानों के भरत मिलाप पर भी पुलिस की चौकस निगाह रहेगी। लगातार पड़ रहे इन त्योहारों को सकुशल संपन्न कराना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। हर जगह शांति, सुरक्षा के साथ सुविधा मुहैया कराने में पुलिस तथा प्रसासन को काफी पसीना बहाना पड़ेगा। आगामी त्योहारों को सकुशल संपंन कराने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से पहले से ही तैयारी तथा चौकसी शुरू हो जाती है। नवरात्र से शुरू हुए त्योहारों का यह सिलसिला नवंबर के प्रथम सप्ताह में पड़ रहे बड़े पर्व डाला छठ के समापन तक बना रहेगा।
इस बीच दुर्गा पूजा, देवी मंदिरों में दर्शन, रामलीलाओं का आयोजन, दशहरा मेला, धनतेरस, भरत मिलाप, दीपावली, श्रीराम राज्याभिषेक, भैया दूज, गोवर्धन पूजा, डाला छठ आदि बड़े-बड़े त्योंहार पड़ते हैं। इन पर्वो को सकुशल संपन्न कराने को लेकर आयोजित हो रही शांति समिति की बैठकों में आला अधिकारियों की ओर से लोगों से शांति और सद्भाव के साथ त्योंहार मनाने की अपील किया जा रहा है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक 409 पंडालों की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभी पंडालों में एक सुरक्षाकर्मी के साथ एक होमगार्ड की तैनाती की गई है। भीड़ भाड़ वाले स्थानों तथा चौराहों पर पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे। अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप दूबे ने बताया कि पंडालों के दर्शन के समय हर जगह पुलिस तैनात रहेगी तथा की टीमें शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमणशील रहेंगी। सभी जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
कोतवाली थाना क्षेत्र में इस बार कुल 62 दुर्गा प्रतिमाएं रखी गई है, चार जगहों पर रामलीला तथा एक स्थान पर भरत मिलाप का आयोजन होगा। सैदपुर में 36 जगहों पर दुर्गा प्रतिमा, सात जगहों पर रामलीला, दो जगह भरत मिलाप होगा। इसी प्रकार मुहम्मदाबाद में 18 जगह दुर्गा प्रतिमा, आठ जगह रामलीला, एक जगह भरत मिलाप। भांवरकोल- तीन जगह दुर्गा प्रतिमा, पांच जगह रामलीला, एक जगह भरत मिलाप। बरेसर- पांच स्थानों पर दुर्गा प्रतिमा, एक जगह रामलीला।
करीमुद्दीनपुर- 27 जगहों पर दुर्गा प्रतिमा, सात जगह रामलीला। कासिमाबाद- 18 जगह दुर्गा प्रतिमा, 14 जगहों पर रामलीला, दो जगह भरत मिलाप। बिरनो 10 जगहों पर दुर्गा प्रतिमा, चार स्थानों पर रामलीला। मरदह- 23 जगह दुर्गा प्रतिमा, सात जगह रामलीला। नोनहरा- 15 जगह दुर्गा प्रतिमा, छह स्थानों पर रशामलीला होगी। इसी क्रम में जमानिया- 19 जगह दुर्गा प्रतिमा, छह स्थानों पर रामलीला, एक जगह भरत मिलाप। सुहवल- सात स्थानों पर दुर्गा प्रतिमा, 12 जगहों पर रामलीला, दो जगह भरत मिलाप। गहमर- 15 जगह दुर्गा प्रतिमा, 10 जगह रामलीला, चार जगह भरत मिलाप। दिलदारनगर- 10 जगह दुर्गा प्रतिमा, तीन जगह रामलीला, एक जगह भरत मिलाप। नगसर- पांच स्थानों पर दुर्गा प्रतिमा, तीन जगह पर रामलीला। रेवतीपुर- छह जगह पर दुर्गा प्रतिमा, चार जगहों पर रामलीला, चार जगहों पर भरत मिलाप। करं डा- 20 जगह दुर्गा प्रतिमा, 14 जगह रामलीला, एक जगह भरत मिलाप। जंगीपुर- नौ जगह दुर्गा प्रतिमा, छह जगहों पर रामलीला, एक जगह भरत मिलाप। खानपुर- 11 जगह दुर्गा प्रतिमा, 10 जगह रामलीला। सादात- 13 जगह दुर्गा प्ररतमाएं, तीन जगह रामलीला, एक जगह भरत मिलाप। बहरियाबाद- 16 जगह दुर्गा प्रतिमा। भुड़कुड़ा - नौ जगह दुर्गा प्रतिमा, एक जगह रामलीला। नंदगंज- 20 जगह दुर्गा प्रतिमा, सात स्थान पर रामलीला। दुल्लहपुर- 21 जगह दुर्गा प्रतिमा, छह जगहों पर रामलीला, चार जगह भरत मिलाप। शादियाबाद- 11 जगह दुर्गा प्रतिमा, छह जगहों पर रामलीला, एक स्थान पर भरत मिलाप होगा।