गाजीपुर: अपराधियों को कोर्ट से बरी होने के लिए अपनी ओर से कोई मौका नहीं देगी पुलिसः एडीजी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर अपर पुलिस महानिदेशक आशुतोष पांडेय मानते हैं कि मुकदमों में पुलिस की लचर पैरवी का लाभ अपराधियों को मिलता है और वह कोर्ट से बरी हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि अब इसकी गुंजाइश नहीं बनेगी। पुलिस पूरी तत्परता से और सार्थक पैरवी करेगी। बताए कि पिछले तीन माह के कोर्ट से आए फैसलों का अवलोकन किया जाएगा। यह देखा जाएगा कि मुकदमों की पैरवी में पुलिस की ओर से कहां लापरवाही हुई कि उसका लाभ अपराधियों को मिला।
मंगलवार को गाजीपुर के दौरे पर आए अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस लाइन में मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि दर्ज आपराधिक मामलों की विवेचना करने भर तक का काम पुलिस का नहीं है, बल्कि उन मामलों की कोर्ट में मजबूत पैरवी कर संलिप्त अपराधियों को सजा दिलाने का काम भी पुलिस का है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि मुकदमों के गवाहों की सुरक्षा भी जरूरी है। सुरक्षा के लिए गवाहों को डीएम के यहां आवेदन करना होगा।
बच्चों के साथ होने वाले अपराध की चर्चा पर उन्होंने कहा कि बच्चों के लापता होने के मामले की सूचना थानों में मिलने के बाद भी उन्हें दर्ज नहीं किए जाने के लिए थाना इंचार्ज और संबंधित मुंशी जिम्मेदार, जवाबदेय माने जाएंगे। अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि उनके विभाग के यूपी कॉप मोबाइल एप का इस्तेमाल अब काफी लोग कर रहे हैं। घर बैठे बाइक चोरी के अलावा कागजात, मोबाइल फोन और बच्चों की गुमशुदगी वगैरह के मामले की सूचना घर बैठे दर्ज कराई जा सकती है। उनका कहना था कि अपराध पर प्रभावी अंकुश के लिए पुलिस को अपना सूचना तंत्र भी मजबूत करना जरूरी है। इसके लिए यह ध्यान रखना होगा कि सूचना वाहक को परेशान न किया जाए। अगर वह चाहे तो उसकी पहचान भी उजागर न की जाए।
इसके पूर्व अपर पुलिस महानिदेशक ने विभाग के राजपत्रित अधिकारियों संग बैठक कर अपराध व कानून व्यवस्था की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। इसी क्रम में उन्होंने पुलिस लाइन में विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया। प्रशिक्षु सिपाहियों से उनकी समस्याओं व प्रशिक्षण के बारे में भी जानकारी ली। वह जनप्रतिनिधियों व सम्मानित नागरिकों से शिष्टाचार भेंट भी किए। इस मौके पर पुलिस कप्तान डॉ.अरविंद चतुर्वेदी भी मौजूद थे।