गाजीपुर: घटने लगी गंगा, सहायक नदियों ने भी दी राहत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर, गंगा का जलस्तर गुरुवार की रात बढ़ने के बाद शुक्रवार की सुबह पांच बजे से आधा सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से घटने लगा। दोपहर दो बजे 62.760 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया। हालांकि सुबह आठ बजे जलस्तर स्थिर हो गया। वहीं सहायक नदियां मंगई, बेसो व उदंती नदियां भी राहत देती नजर आ रही हैं। हालांकि करीब आधा दर्जन गांव के लोग अभी भी सड़क पर आशियाना बनाकर रहने को विवश हैं।
पिछले महीने गंगा ने जमकर कहर ढाया। खतरा का निशान पार की तो सैकड़ों गांव के लोग सड़क पर आ गए। सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि कटान की भेंट चढ़ गई थी। हालांकि अगस्त माह के अंतिम समय में गंगा ने राहत दी और जलस्तर में घटाव शुरू हो गया। गुरुवार की रात बारिश के चलते जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ने लगा तो प्रशासन की धुकधुकी बढ़ गई। हालांकि अगले दिन जलस्तर स्थिर हो गया। केंद्रीय जल आयोग की माने तो अब जलस्तर घटेगा।
नहीं कम हुई समस्या
शहर कोतवाली क्षेत्र रूहीपुर में नदी का पानी अभी भी सड़क पर बह रहा है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि सड़क पर पानी बहने से वे काम पर नहीं जा रहे हैं जिससे परिवार का भरण-पोषण करने में दिक्कत आ रही है।
नदी में बह गई भैंस
जंगीपुर : थाना क्षेत्र के मिट्ठापारा गांव में नदी के जलस्तर में तेजी से हो रहे बहाव में विजय यादव की भैंस बह गई। पशुपालक उसे बचाने का काफी प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। भैंस बहते हुए फोनलेन पर बने पुलिया में फंस गई और दम तोड़ दिया। जानकारी होने पर पशु चिकित्सक पहुंचे और पोस्टमार्टम करने के बाद मुआवजा दिलाने का भरोसा दिए।
कई गांवों के लिए दूसरी जगह शरण
बहरियाबाद : क्षेत्र में उदंती नदी कई दिनों से कहर मचा रही है। तटवर्ती इलाकों में पानी भरने के चलते लोग दूसरे स्थान पर शरण लिए हुए हैं। फौलादपुर, कबीरपुर, उकरांव समेत अन्य गांव के लोग इससे ज्यादा प्रभावित हैं। बहरियाबाद-परमानपुर मार्ग पानी निकलने के लिए सड़क काटने से आवागमन पूरी तरह से ठप है।