सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुरु किया यूपी डायल 112 इमर्जेंसी सेवा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर लखनऊ यूपी में डायल 112 सेवा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सेवा की शुरुआत करते हुए कहा कि नई व्यवस्था में क्षेत्रीय भाषा में पुलिस पीड़ित से बात करेगी। मुझे बहुत प्रसन्नता है कि देश के सबसे बड़े पर्व दीपावली के पूर्व उत्तर प्रदेश पुलिस की एकीकृत आपात सेवा 112 और वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा पहल ‘सवेरा’ का एक साथ यहां पर शुभारम्भ हो रहा है. अब पुलिस, फायर, एम्बुलेंस की सेवा 112 से मिलेगी. नागरिक 112 में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। 100, 102, 108 पर मिलने वाली मदद अब एक नंबर 112 से मिलेगी. सीएम योगी ने कहा कि कानून का राज स्थापित करने में पुलिस की बहुत बड़ी भूमिका है. तकनीक का इस्तेमाल कर पुलिस आमजन के नजदीक पहुंची. समय के अनुरूप पुलिस ने कई सुधार किए. मानवीय संवेदना के साथ करना, हम सबका दायित्व है।
सीएम ने कहा कि कुंभ का आयोजन हो या अप्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन. दोनों कार्यक्रमों में पुलिस के व्यवहार को काफी तारीफ मिली. देश के अंदर 112 को अंगीकार किया गया. अब 112 को ही प्रमोट करने की आवश्यकता है. अब लोगों को अलग अलग कार्यों के लिए अलग-अलग नंबर डायल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा के लिए की गई पहल की तरह महिला सुरक्षा के लिए पहल करनी चाहिए. एंटी रोमियो स्क्वाएड को महिला सुरक्षा के लिए थाने स्तर पर इस्तेमाल हो।
सीएम ने कहा कि अब लोगों को अलग-अलग कार्य के लिए अलग-अलग नंबर याद करने की आवश्यकता नहीं है. किसी को एंबुलेंस की सुविधा चाहिए तो वह 108 के साथ 112 पर कॉल कर सकता है. सीएम ने कहा कि कई बार ऐसा होता था कि किसी ने डायल 100 पर फोन किया तो भौगोलिक स्थिति आदि को देखते हुए हम चाह कर भी समय से पीड़ित व्यक्ति तक समय से नहीं पहुंच पा रहे थे. अब 112 लागू हो जाने से तकनीक के माध्यम से हम कम से कम रिस्पांस टाइम में पीड़ित व्यक्ति तक पहुंच पाएंगे. सीएम योगी ने कहा कि इस सेवा के आने के बाद आम नागरिकों, व्यापारियों, वरिष्ठ नागरिकों आदि को बेहतर सुविधा मिलेगी. सीएम ने कहा कि हम वरिष्ठ नागरिकों को विशेष तौर पर इससे सहायता दे सकेंगे. सीएम ने कहा कि वृद्ध दंपति अकेले घर में रहते हैं, उन्हें कोई सहारा नहीं है. मुझे लगता है कि इस सेवा से उन्हें काफी सहायता मिलेगी। सीएम ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एंटी रोमियो स्क्वॉड, घरेलू हिंसा को लेकर लागू की गई सेवा और 112 सेवा को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की कोशिश की जानी चाहिए. थाना स्तर पर एक साथ इन सेवाओं को महिलाओं के लिए दिया जाए ताकि उनमें सुरक्षा की भावना बढ़े।