गाजीपुर: डीएम, एसडीएम ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर उपजिलाधिकारी डा. वेदप्रकाशम मिश्र व नायब तहसीलदार राहुल सिंह लेखपालों व पुलिस टीम के साथ गोमती नदी के बाढ़ से प्रभावित गौरहट गांव का जायजा लेने पहुंचे। टीम के साथ वे नाव से नदी में घूमकर जायजा लिया। एसडीएम को देख ग्रामीणों ने राशन की समस्या से उन्हें अवगत कराया। पशुपालकों ने पशुओं को पालने में असमर्थता जाहिर करते हुए पशुओं के चारे के घोर संकट से उन्हें गांव से बाहर ले जाने की मजबूरी बताई। एसडीएम ने जिलाधिकारी के बालाजी के दिशानिर्देश के अनुसार उन्हें सभी राहत सामग्री जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से आप के सहयोग के लिए तैयार है। शासन की तरफ से मिलने वाली हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
बेसो भी उफान पर
जंगीपुर : गंगा के बढ़ते जलस्तर के दवाव से क्षेत्र में बेसो नदी भी उफान पर है। जलस्तर काफी बढ़ गया है। मिठ्ठापारा, कटैला मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है रोड पर पानी आने के कारण दर्जनों गांवों का आवागमन बंद हो गया है। पढने वाले छात्रों को परेशानी हो रही है । साथ ही पशुओं को चारा की जबरदस्त समस्या हो गई है। --
मां गंगा को शांत करने के लिए किया हवन-पूजन
सुहवल : गंगा नदी पर बन रहे रेल कम रोड ब्रिज के निर्माण में लगी कार्यदायी संस्था एसपी सिग्ला कंस्ट्रक्शन कंपनी के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील मगेन के नेतृत्व में मेदनीपुर स्थित मुख्य प्लांट परिसर में विशेष हवन-पूजन कराया जा रहा है । इसमें लोगों की सलामती के साथ ही मां गंगा के कहर को शांत करने की दुआएं मांगी गई । इस मौके पर लोगों की सलामती के लिए भी प्रार्थना करने के साथ ही बाढ़ के कारण हुई मौत से उनके सम्मान में दो मिनट का मौन रख श्रद्धासुमन अíपत किया।
सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा कि भयंकर बाढ़ ने लोगों के घर, सड़कें, बड़ी-बड़ी इमारतें तबाह हो गई हैं। ऐसे में मदद के साथ ही लोगों को दुआओं की भी जरूरत है, इसलिए विशेष हवन -पूजन कराया जा रहा है । इस अवसर पर शैलेन्द्र सिंह सीनियर सर्वेयर, अशोक कुमार एकाउंटेट, मयंक जैन सीनियर मेकैनिकल इंजीनियर, पवन धर दूबे साइड इंजीनियर आदि थे। होती जा रही स्थिति खतरनाक
बारा : गंगा के उफान के साथ ही कर्मनाशा नदी के पानी के दबाव के कारण तटवर्ती गांवों में बाढ़ की स्थिति खतरनाक होती जा रही है। गंगा एवं कर्मनाशा के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि के बाद तहसीलदार अजीत सिंह, कानूनगो एवं लेखपाल जीतलाल ने बारा, गहमर, कुतुबपुर, मगरखाई, भतौरा, दलपतपुर आदि
गांवों का दौरा करने के बाद स्वीकार किया कि बाढ़ के पानी से फसलों को काफी क्षति पहुंची है। उसके लिए प्रशासनिक स्तर पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। गांवों में अभी किसी तरह के खतरे की संभावना से राजस्व र्किमयों ने इंकार किया।
नौका से कर रहे आवागमन
खानपुर : गौरहट गांव में लोग खाने पीने के सामानों को सहेजने में लगे है। पशुओं को किसी प्रकार गांव से निकाल सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने की कोशिश में है। लोग निजी नौकाओं से गौरी से गौरहट आ जा रहे है। बाढ़ पीड़ित आधा दर्जन गांवों के लोग प्रशासनिक उपेक्षा से आक्रोशित दिखे और मौके पर कोई बाढ़ चौकी या मददगार नही होने से लोग अपनी परेशानियों से खुद जूझते नजर आए। लोग छोटी छोटी नौकाओं को किराए पर लेकर अपना दैनिक सामान घरों में रख रहे है। कई मांझी परिवारों में राशन खत्म होने के बाद परिजन खाने को लेकर सशंकित है। उपजिलाधिकारी वेदप्रकाश मिश्रा ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए दो बाढ़ चौकी स्थापित कर दी गयी है। साथ ही मौके पर दो बड़ी नौका भेज दी गयी है।
बोले बाढ़ पीड़ित
गंगा मे बढ़ाव के चलते हमारे सिवान के डेरे पर पानी आ गया जिससे हम अपने पशुओं के साथ गांव मे आ गए हैं। बाढ़ की वजह से बहुत परेशानी है। हरि बिद, रेवतीपुर बहोरिक पटटी । बाढ़ से टमाटर, मिर्च आदि का फसल बर्बाद हो रही है। ऊपर से हमे गोविदपुर स्थित डेरे के आसपास पानी आ जाने के कारण हमें वहां से वापस आना पड़ रहा है। - गुडडू यादव, नगदिलपुर । बाढ़ का पानी चारों तरफ फैल गया है। रेवतीपुर गांव की गली में भी पानी घुस गया है तो सिवान कहा से बचेगा हम किसी तरह पशुओं को सड़क के किनारे बांधे हुए हैं । - महेश यादव, रेवतीपुर पटटी बहोरिक राय । बाढ़ की वजह से हम किसान बहुत परेशान हैं। हम लोगों की फसल भी बर्बाद हो जाएगी । केला, मिर्च, टमाटर, बाजरा आदि फसल को नुकसान पहुंचा है ऐसे में सरकार को किसानों पर ध्यान देना चाहिए । - बंगा पांडेय, रेवतीपुर।