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गाजीपुर: प्रकृति का दो तरफा कहर, ऊपर से आसमानी पानी, नीचे गंगा का पानी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर प्रकृति की दोहरी मार गाजीपुर के लोग झेल रहे हैं। एक ओर दो दिनों से लगातार बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। दूसरी ओर गंगा फिर से उफनने लगी हैं। बारिश का आलम यह है कि नगरीय और ग्रामीण इलाके जलमग्न हो गए हैं। सड़कें, गलियों में पानी भर गया है। कई जगह कच्चे मकान ढह गए हैं। उनमें दो महिलाओं सहित पांच लोगों की जान चली गई है।

शुक्रवार की सुबह से शनिवार शाम तक कुल 82 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड हुई है। हालांकि बारिश का क्रम अभी थमा नहीं है। पीजी कॉलेज की वेधशाला के प्रेक्षक मदन गोपाल दत्त ने बताया कि यह बारिश कई सालों का रिकार्ड तोड़ दी है। दो दिन की बारिश को मिला दिया जाए तो इस मानसून सत्र में ९१४ मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।

बारिश के कारण रात में कासिमाबाद थाने के मेख गांव में सुखराम (60) के कच्चे मकान की दीवार ढह गई। उसके मलबे में दबकर उनकी मौत हो गई। उसी थाना क्षेत्र के शहबाजपुर में अतवरिया देवी (45) पत्नी रामबदन चौहान के साथ एक बकरी और उसके दो बच्चे गिरी कच्ची दीवार के मलबे में दबकर मौत के मुंह में समा गए। खानपुर थाने के नोनगरा गांव में कच्चा मकान गिरने से रामबदन यादव (60) की जान चली गई। भुड़कुड़ा कोतवाली के जाही गांव के गोदाम का पुरा में भी ढुक्कू यादव (70) गिरे कच्चे घर के मलबे में दब कर मर गए। वह मध्य प्रदेश पुलिस से रिटायर थे। इसी तरह सैदपुर कोतवाली के नंदरौल बरऊआ में रुक्मणि उर्फ गुड़िया (38) पत्नी सिंकदर की मौत हो गई।

उधर भारी बारिश के कारण गंगा में एक बार फिर बढ़ाव शुरू हो गया है। शाम पांच बजे जलस्तर 63.225 मीटर पर पहुंच गया था। बढ़ने की रफ्तार प्रतिघंटा दो सेंटीमीटर थी। सिंचाई विभाग (बाढ़) के एक्सईएन राजेश शर्मा ने माना की इसकी वजह प्रदेश में भारी बारिश है। लखनऊ, बरेली मंडल में भारी बारिश के कारण गोमती उफन रही है और उसका दबाव गंगा में है। अन्य छोटी नदियां भी बारिश का पानी गंगा में उड़ेल रही हैं। गंगा में ऊपर प्रयागराज में घटाव का क्रम जारी है।
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