गाजीपुर: आत्महत्या तो हरहाल में नहीं कर सकती जुलेखा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कासिमाबाद देवरिया जिले में ड्यूटी के दौरान आत्महत्या करने वाली सिपाही जुलेखा खातून का शव देर रात गांव सोनबरसा पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। परिवार वालों को फांसी लगाने की बात ही नहीं पच रही है। घर के साथ ही गांव के लोगों का भी कहना है कि जितना लोग उसे जानते हैं वह बहुत साहसी रही। कम से कम आत्महत्या जैसा कायराना हरकत तो वह कतई नहीं कर सकती। लोगों के तरह-तरह के तर्क रहे।
सात बहनों में तीसरे नंबर की जुलेखा बेहद होनहार थी। वर्ष 2016 में पुलिस में भर्ती हुई थी। इसकी दो बड़ी व एक छोटी बहन भी पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। परिजनों ने बताया कि वह कुछ दिन पहले छुट्टी पर घर आई थी व बीते 24 सितंबर को ड्यूटी पर गई। वहां पहुंचने के बाद बुधवार की शाम पांच बजे फोन पर परिजनों से बात की। बातचीत बिल्कुल सामान्य थी। इसके कुछ ही देर बाद उसके मौत की खबर समझ से परे है। परिवार के सदस्यों के अनुसार जुलेखा आत्महत्या नहीं कर सकती। गौरतलब हो कि बुधवार को देवरिया जनपद स्थित सरकारी आवास में सिपाही का फंदे से लटकता शव मिला था। पुलिस मामले की जांच के बाद घरवालों को सूचना दी।