गाजीपुर: कालाजार प्रभावित गांवों में छिड़काव, एक नवंबर तक चलेगा अभियान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जनपद के छ्ह ब्लॉकों के कालाजार संभावित जोखिम वाले क्षेत्र के नौ गांवों में मंगलवार से कीटनाशक सिमेथेटिक पायराथाइट का छिड़काव शुरू किया गया, जो की पहली नवम्बर तक चलेगा। कालाजार के रोकथाम के लिए चलाये जा रहें इस अभियान की शुरुआत गोडउर, फैजुल्लापुर और बहुतरा गांव से हुई। जिला मलेरिया कार्यालय पर सोमवार को छिड़कावकर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षित भी किया गया था। स्वयंसेवी संस्था पाथ के डॉ. सचिन व डब्ल्यू एचओ के डॉ. निशांत ने इस कार्य में लगे लोगों को प्रशिक्षण दिया। इस दौरान छिड़काव करने वाले कर्मियों को उनके चिन्हित गांव में किस तरीके से कार्य करना है इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
नोडल अधिकारी डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि इस साल कालाजार के छ्ह मरीज पाए गए। जबकि पिछले साल 2018 में सात मरीजों को चिन्हित कर उन्हें इलाज पर रखा गया था। उन्होंने बताया कालाजार के मरीजों की जांच आरके 39 किट से की जाती है और पॉजिटिव पाए जाने पर जिला मुख्यालय लाया जाता है। जिला मुख्यालय से उन्हें वाराणसी बीएचयू के लिए रेफर कर दिया जाता है। जहां पर उनका इलाज पाथ संस्था के देखरेख में किया जाता है। उन्होंने बताया पीकेडीएल मरीज को 4000 रुपए और वीएल मरीज को 500 रुपए भी दिये जाते हैं। छिड़काव का कार्य जनपद के मोहम्मदाबाद ब्लॉक के फैजुल्लापुर और रघुवर गंज, भावर कोलब्लॉक के गोडउर, सूखडहेरा, कासिमाबाद ब्लॉक के मनेरिया, बाराचवर ब्लॉक के सहरेजा, मनिहारी ब्लॉक के कुकुडहा गांव और मरदह के बहुतरा में चलेगा जो कालाजार से प्रभावित गांव रहे हैं।
प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि कालाजार के पाए गए मरीजों की जांच के लिए किट उपलब्ध है जिससे मरीजों की जांच कर पॉज़िटिव आने पर इलाज शुरू किया जाता है। उन्होने बताया कालाजार, बालू मक्खी के द्वारा फैलता है। यह ग्रामीण इलाकों के मिट्टी के घरों की दरारों में पनपती है जो इतनी छोटी होती हैं कि इन्हें देख पाना भी मुश्किल होता है। उन्होंने बताया यदि किसी को 15 दिन से अधिक बुखार हो, खून की कमी, वजन कम होना और भूख न लगती हो तो यह कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर तुरंत उपचार लें। कालाजार से बचने के लिए बालू मक्खी को अपने आस-पास न पनपने दें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।