गाजीपुर: अभी मंडी में जारी रहेगा प्याज का सितम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर प्याज की किल्लत फिलहाल बनी रहेगी। ऐसे कयास प्याज के थोक व्यापारियों द्वारा लगाए जा रहे हैं। बाढ़ और बारिश की वजह से बाहरी प्याज को क्षति और उनकी आवक न हो पाने को इसका कारण माना जा रहा है। स्थानीय व्यापारियों का अनुमान है कि इसकी कीमत में अब इजाफा तो नहीं होगा लेकिन अभी कुछ दिनों तक दाम में तेजी जारी रहेगी। उधर, प्याज के बढ़े दाम ने गृहणियों के रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है।
कुछ दिनों पूर्व बाजार में 35 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकने वाली प्याज अब थोक में 50 और फुटकर में 60 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। बाढ़, बारिश के बीच किल्लत और कम आवक के साथ प्याज को व्यापारियों द्वारा दबा लिए जाने से भी ऐसा हुआ है। जिले में प्याज की बहुत अधिक क्षेत्रफल में खेती नहीं होती। स्थानीय प्याज मई-जून तक ही समाप्त हो जाती है। इसके बाद जिले के व्यापारियों को नासिक और मध्य प्रदेश की प्याज का भरोसा होता है। आवक नहीं होने के कारण इसके दाम आसमान छू रहा है। हजारों बोरों प्याज से भरा रहने वाला मंडी का गोदाम इन दिनों खाली पड़ा है। आलम यह है कि 100 बोरी भी प्याज नहीं है मंडी में। दाम में बढ़ोतरी होने से गृहणियों का बजट गड़बड़ा गया है। इस बढ़ी कीमत के चलते उन्होंने प्याज का इस्तेमाल कम करना शुरू कर दिया है। इसके चलते भोजन का स्वाद भी फीका हो गया है।
बोले व्यापारी
जंगीपुर मंडी के थोक व्यापारी यासीन ने बताया कि स्थानीय प्याज की आवक जून तक समाप्त हो जाती है इसके बाद नासिक एवं मध्यप्रदेश की प्याज ही बाजार में बिकती है। वहीं बारिश और बाढ़ के कारण वहां से प्याज की आवक बेहतर ढंग से नहीं हो पा रही है इसलिए इसका दाम काफी बढ़ गया है। बताया कि अभी यह किल्लत कुछ दिनों जारी रहेगी। किल्लत कब तक जारी रहेगी इसके बारे में स्पष्ट कहना जल्दबाजी होगी। वहीं के व्यापारी यासीन ने बताया कि प्याज की मंदी एवं तेजी बाजार में उपलब्ध होने पर निर्भर करती है लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही इसके दामों में नरमी आएगी ।
बोली महिलाएं
प्याज के भाव ने बजट गड़बड़ कर दिया है। अब तो सोचा जा रहा है कि बगैर प्याज ही खाना खाया जाय। सरकार को इसके दाम पर नियंत्रण करना चाहिए ताकि लोगों को दिक्कत न हो। मंती, जंगीपुर।
कुछ दिनों से प्याज के दाम में उछाल आने से परिवार में प्याज का सेवन करना बंद कर दिया है। अगर कीमत ऐसे ही रही तो इसका इस्तेमाल नहीं करेगे। वैसे बगैर प्याज के खाने का मजा ही नहीं मिलता। तारा, गाजीपुर ।
सरकार को प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगानी चाहिए। खासकर इसके लिए मंडी में प्याज उपलब्ध कराने की व्यवस्था करानी चाहिए जिससे समस्या का समाधान हो सके। प्रेमशीला, जंगीपुर।
शीघ्र मिलेगी राहत
जून के बाद प्याज का बाजार महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश पर निर्भर हो जाता है। जहां से आवक अभी सही तरीके से हो नहीं पा रही है। आवक में सुधार होगा तो समस्या का समाधान हो जाएगा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बारिश के समाप्त होते ही प्याज का दाम कम हो जाएगा और शीघ्र ही राहत मिल जाएगी। - सीताराम राय, मंडी सचिव, जंगीपुर ।