गाजीपुर: गंगा का रौद्र रूप, एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जिले में बाढ़ की स्थिति विषम हो चली है। रौद्र रूप धारण कर चुकी गंगा का पानी मंगलवार को और कई गांवों की ओर बढ़ चला। कई प्रभावित क्षेत्रों में पानी से संपर्क मार्ग से आवागमन बंद हो गया है। वहीं करंडा क्षेत्र के मानिकपुर स्थित गांगी नदी पर बना एप्रोच मार्ग धंसने से आवागमन बाधित हो गया। उधर, हाहाकारी स्थित को देखते हुए रेवतीपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। जिलाधिकारी के बालाजी एवं पुलिस अधीक्षक अरविद चतुर्वेदी ने रेवतीपुर व गहमर क्षेत्र के कुछ गांवों में दौरा कर वहां के लोगों से बातचीत की।
गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में दहशत है। नगर क्षेत्र के बंधवा, जिलाधिकारी आवास के पास क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। मलसा : सिवान में गंगा का पानी घुस जाने से लगभग हजार एकड़ बाजरा, परवल, उरद, ज्वार आदि की फसल नष्ट होने के कागार पर है। ग्राम रामपुर पट्टी सरनाम खां के राजेश यादव महंगी लक्ष्मण जंगबहादुर के फसल लगी खेत में पानी घुस चुका है । ग्राम पाहसैयद राजा के चंद्रबली राय, महंत पारस राय, तारकेश्वर राय तथा ग्राम देवरिया के दीना नाथ राय आदि के फसल भी बाढ़ के जद में है। तहसील प्रशासन की तरफ से देवरिया, सब्बलपुर गंगा घाट के लिए तीन नावों का संचालन किया गया है ताकि गंगबरार भूलन राय और गंगबरार गुरुदयाल राय बस्ती के लोगो को जलस्तर बढ़ने पर सकुशल ग्रामीण इलाकों में शिफ्ट किया जा सके। जनता इंटर कालेज जीवपुर पर शरणार्थी शिविर बनाया गया है। भांवरकोल : बाढ़ के पानी से अबतक विक्रमा यादव, संवरू यादव, रामचीज यादव, कमला यादव, विनोद यादव, सुनील सिंह, कामेश्वर यादव, कमलेश्वर यादव, मनोज यादव, महेन्द्र यादव, हरिद्वार यादव, चन्द्रमा यादव, हरी पाल आदि किसानों की मिर्च, टमाटर, अरहर, तिल, उर्द, मूंग, ज्वार, बाजरा की सैकड़ों एकड़ खेतों की फसलें बर्बाद हो रही हैं ।
जिलाधिकारी ने किया दौरा, जाना हाल
रेवतीपुर : जिलाधिकारी के बालाजी ने भी बाढ़ प्रभावित नगदिलपुर गांव का दौरा कर ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने अपनी मिर्च, टमाटर, बाजरा, परवल आदि की फसल बर्बाद होने की बात बताई। वहीं ग्रामीणों में नगदिलपुर गहमर मार्ग की ऊंचाई बढाने को लेकर जिलाधिकारी से आग्रह किया। कहा कि यह सड़क यदि ऊंचाई पर होती तो इतना जल्द बाढ़ का पानी नहीं चढ़ता लेकिन सड़क निर्माण के समय हमारी बात नहीं सुनी गई।
राहत कार्य में जुटी एनडीआरएफ टीम
एनडीआरफ की टीम भी रेवतीपुर में पहुंच चुकी है। पच्चीस सदस्यीय टीम दो नाव के साथ ही सुबह से नगदिलपुर क्षेत्र के बाढ़ में फंसे लोगों को लाने के लिए जुटी रही । एनडीआरएफ के टीम कमांडर अमोल कुमार ने बताया कि वे सुबह से ही राहत बचाव कार्य मे लगे हैं। अब तक 23 लोगों बाहर निकालकर लाया गया है जिसमें महिलाएं व बच्चे हैं । कुछ लोग अपने स्थान को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। अब तक रेवतीपुर, रामपुर, नगदिलपुर गहमर, नगदिलपुर बीरऊपुर मार्ग बंद हो चुका है ।
बाढ़ से यह गांव हुए प्रभावित
भांवरकोल : क्षेत्र में बाढ़ के पानी से अब शेरपुर, पचासी, सत्तर, फिरोजपुर बांड़, धर्मपुरा, कठार, आमघाट, नकटीकोल,रानीपुर, फखनपुरा, कबीरपुर, कुण्डेसर के सिवानों में फैल रहा है । रेवतीपुर क्षेत्र के स्थानीय गांव सहित साधोपुरऊर्फ रामपुर, दुल्लहपुर, परमानंदपुर, हसनपुरा, बीरऊपुर, नसीरपुर, अठहठा, टौंगा आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है । वहीं मलसा क्षेत्र के क्षेत्र के ग्राम मलसा, भगीरथपुर, गढ़हा, छानवे, मेदनी चक, देवा, बैरनपुर, रामपुर पट्टी, देवरिया, रघुनाथपुर, मतसा, पाहसैयद राजा, सब्बलपुर आदि गांव के सिवान में घुस चुका है।
करीमुद्दीनपुर : गंगा के बाढ़ का पानी बलिया जनपद के नरही कथरिया से महेंद होते करईल इलाके में फैलना शुरू हो गया है।
विभिन्न गांवों का टूटा संपर्क
भांवरकोल : धर्मपुरा का शेरपुर और फिरोजपुर से सम्पर्क टूट गया है लोगों को पानी में होकर गुजरना पड़ रहा है । सैदपुर : गोमती नदी के बाढ़ से खरौना गांव में यादव बस्ती से मल्लाह बस्ती तक जाने वाली सड़क, गौरी से गौरहट जाने वाली सड़क, बहुरा व भुजाड़ी गांव की सड़क प्रभावित है। गंगा नदी के बाढ़ से पटना गांव में शादी-भादी से पटना जाने वाली सड़क, औड़िहार में बाराह रूप घाट तक जाने वाली सड़क पानी से डूब गई है।
आधा दर्जन घरों में समाया पानी
बारा : भतौरा गांव के आधा दर्जन घरों में पानी समा गया है। कई घरों के निचले हिस्से में पानी भर जाने से लोग छतों पर शरण लिए हैं। वहीं पशुओं को सड़कों पर बांधना पड़ रहा है। भतौरा - गहमर मार्ग पर पानी भर जाने से लोगों को नावों की मदद लेनी पड़ रही है।
विद्यालय में घुसा पानी पढ़ाई ठप
बारा : पूर्व माध्यमिक विद्यालय मगरखाई के चारो ओर कर्मनाशा के बाढ़ का पानी पहुंचने तथा लगातार बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए विद्यालय को बंद कर दिया गया है। मलसा : चकमेदनी नंबर एक के प्राथमिक विद्यालय में पानी भर गया है जिसके चलते पठन-पाठन ठप कर दिया गया है। स्कूल पर मौजूद अध्यापक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूल के छात्र एवं छात्राओं को स्कूल आने से रोक दिया गया। साथ ही हम लोग पानी से होकर स्कूल पर पहुंचे हैं।
फुफकारती कर्मनाशा से जीव-जंतु का खतरा बारा : गंगा व कर्मनाशा में बाढ़ के कारण गांवों में विषैले जीव - जंतुओं का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना हैकि पानी के साथ तरह - तरह के छोटे - बड़े विषैले जीव घरों के अंदर प्रवेश कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में लोगों के बीच न सिर्फ दहशत का माहौल है। इससे बचने के लिए रतजगा करना उनकी विवशता हो गई है।