गाजीपुर: अपराध निरोधक समिति ने किया जेल का निरीक्षण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति ने गुुरुवार को गाजीपुर जिला कारागार पहुंचकर हालातों का जायजा लिया। समिति ने बंदियों से मुलाकात की और उसकी समस्याएं जानी। लखनऊ के चेयरमैन डा. उमेश शर्मा और संजय श्रीवास्तव मंडल सचिव समेत जेल पर्यवेक्षक वाराणसी मंडल के निर्देश पर टीम ने गुरुवार को जिला जेल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान इंतजामों की खामियां पाई गई। बैरकों की कमी के बादे में जेल प्रशासन ने टीम के लोगों को बताया।
टीम को जांच में मिला कि जिला कारागार में जेल में महिला कैदियों की संख्या 38 और बच्चों की संख्या 3 है। महिला कैदियों से बात करने पर यह मालूम हुआ कि ज्यादातर महिलाएं दहेज उत्पीड़न में बंद है। जेल की रसोई और दीवार वर्ष 2009 के बाद से अब तक नहीं बन पाई है। जेल में 30 सीसीटीवी कैमरा लगा हैं। जिसमें ज्यादातर कैमरे वर्किंग में नहीं है। जेल में कैदियों की संख्या 792 है, जो क्षमता के तीन गुना से भी अधिक है। जेल के अंदर अस्पताल की क्षमता 20 बेड की है। जेल प्रशासन ने बताया कि अस्पताल की देखरेख डा. एससी राय व शिशिर शैलेश कर रहे है। जेलर ने बताया कि जेल में निरुद्ध बंदियों के द्वारा ही भोजन बनाया जाता है । बैरक नंबर 5 और 6 में जांच के के बाद पता चला कि कैदी शिवसागर कुशवाहा ने पूर्व में यहां फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। वह मानसिक रुप से परेशान था।
जिला कारागार के जेलर ने बताया कि कैदियों की संख्या क्षमता से अधिक होने से भी व्यवस्था में दिक्कत हो रही हैं। जेलर रमाशंकर शुक्ला व कमल चंद ने बताया कि जेल के अंदर आने वाले बंदियों के परिजनों को गहन जांच के बाद ही उन्हें बंदियों से मिलने दिया जाता है। शिक्षक दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति लखनऊ के पदाधिकारियों द्वारा जेलर व डिप्टी जेलर को स्मृति चिन्ह व बैच लगाकर सम्मानित किया गया। जिला सचिव अभिषेक कुमार सिंह, विपिन मिश्रा ,सुनील गुप्ता, शेर शाह, डा. धीरज कुमार आदि मौजूद रहे।