गाजीपुर: सीएम ने पांच पीड़ितों को अपने हाथों से दी राहत सामाग्री
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ितों को पहुंचाई जा रही मदद एवं बाढ़ से निपटने की तैयारी की विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने पांच बाढ़ पीड़ितों राममूरत, छन्नू, मुराहु, राधिका एवं शिवदास को जिला प्रशासन की ओर से राहत सामग्री के रूप में तैयार किए गए पैकेट को वितरित किया। राहत सामाग्री भारी होने पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अभी सामाग्री पीड़ितों के घर तक पहुंचाने की भी व्यवस्था की जाए। सीएम के जाते ही उनके आदेशानुसार अधिकारियों ने सभी पीड़ितों को कहा कि राहत सामग्री आपके घर तक पहुंचाया जाएगा। सीएम के इस आदेश से पीड़ितों को काफी आसानी होगी। उनके घर तक सामग्री पहुंच जाएगी।
करीब एक घंटे तक रहे सीएम
सीएम योगी का उड़न खटोला अपने निर्धारित समय से करीब एक घंटा देर से पहुंचा। सबसे पहले उन्होंने जिले के सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण सर्वेक्षण किया। करीब आधे घंटे तक हेलीकाप्टर से बाढ़ क्षेत्रों का दौरा किया। इसके बाद 3:05 बजे उनका हेलीकाप्टर बेयपुर देवकली स्थित संत गंगारामदास बाबा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बनाए गए हेलीपैड पर उतरा। 3:20 बजे बयेपुर देवकली स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। हेलीकाप्टर में सीएम के साथ प्रदेश सरकार के मंत्री नीलकंठ तिवारी भी थे। 3:24 से 3:31 सात मिनट तक बाढ ़पीड़ितों को संबोधित किया। इसके पश्चात वह गंगादास बाबा के मंदिर पहुंचे। मंदिर के अंदर पूजन-अर्चन भी किए। इसके पश्चात अपने काफिले के साथ हेलीपैड स्थल पहुंचे। करीब 4:07 बजे वाराणसी के लिए रवाना हो गए।
गोराबाजार चौराहे से बयेपुर तक तैनात थी फोर्स
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में कहीं से कोई चूक न हो जाए इसके लिए चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। गोराबाजार चौराहे से लेकर बेयपुर देवकली आश्रम तक जगह-जगह बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस कर्मी आने-जाने वाले प्रत्येक लोगों पर पैनी नजर जमाए हुए थे।
घंटों पहले पहुंच गए थे एनएसजी कमांडो
मुख्यमंत्री के आगमन से घंटो पहले एनएसजी कमांडो पहुंच गए थे। जिस कार में सीएम बैठने वाले थे उसका डाग स्क्वायड टीम के साथ बकायदे जांच पड़ताल किए। इस दौरान डीएम के बाला जी और एसपी आनंद चतुर्वेदी भी कई थानों की फोर्स के साथ मौजूद रहे। विद्यालय के अंदर कमांडो सिर्फ उन्हीं को जाने दे रहे थे, जिनको प्रशासन द्वारा उन्हें नाम उपलब्ध कराया गया था। आगमन से आधा घंटा पहले रास्ते को पूर्ण रुप से रोक दिया गया था। कार्यक्रम स्थल से एक किलोमीटर पहले ही वाहनों को रोक दिया जा रहा था। आश्रम के गेट पर मेटल डिटेक्टर से तलाशी के बाद लोगों को अंदर जाने दिया जा रहा था।
सीएम की एक झलक पाने को रेलिग पर चढ़ गए लोग
मुख्यमंत्री बाढ़ पीड़तिों को संबोधित करने के बाद गंगादास बाबा की पूजन-अर्चन करने चले गए। इस दौरान उनकी एक झलक पाने के लिए वहां उपस्थित लोग रेलिग पर चढ़ गए। संख्या बढ़ती देख एक बारगी जिला प्रशासन के होश उड़ गए। सदर उपजिलाधिकारी सत्यप्रिय ने रेलिग पुरानी होने का हवाला देते हुए सभी से उतर जाने का आग्रह किया। इसके बाद लोग उतर तो गए लेकिन जैसे सीएम मंदिर से बाहर एक बार फिर से सभी लोग वहां पहुंच गए।