गाजीपुर: आसथाने मस्जिद का एक हिस्सा गंगा में बहा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर नगर के मियांपुरा सुभाषनगर स्थित आसथाने के नाम से जाना जाने वाला मस्जिद जिसका निर्माण हजरत जुनैद शाह रहमतुल्लाह ने करवाया था, लगभग 700 वर्ष पुरानी मस्जिद है। मस्जिद में खुद हजरत कयाम करते थे और और इसमें हजरत का हुजरा भी है उसी हुजरे से वह नमाज पढ़ने मस्जिद को अंदर अंदर ही जाया करते थे जिसमे हजरत 2 तख्त और खड़ाऊ भी है।
कभी हजरत को बड़ही ने कोई परेशानी बताने के लिए आया था और उसके मुराद पूरा होने पर हजरत को कुछ देने के लिए कहा था तो हजरत ने उसे तख्त के लिए कहा था और कहा तख्त बनाकर तुम गंगा में छोड़ देना वह हमारे पास चलाएगा और ऐसा ही हुआ तख्त बना तो हजरत के पास मस्जिद के पास आकर लग गया हजरत ने उसे अंदर मंगा लिया और वह आज भी है सबसे अच्छी बात यह है कि उसमें कोई भी जोड़ नहीं है उसका तख्त में और हजरत का दरगाह सकलेनाबाद में मौजूद है आज सुबह फजीर नमाज के बाद यह मस्जिद का पूर्वी छोर 15 से 20 फुट तक गंगा की लहर से मस्जिद का एक हिस्सा गंगा नदी में प्रवाहित हो गया।
जिसमें मस्जिद का काफी नुकसान हुआ है और मस्जिद के अंदर तमाम जगह पर मस्जिद में दरार हो गया है। मस्जिद में एक हिस्सा गंगा में बह गया। जानकारी मिलते ही एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह मौके पर पहुंच गये और मस्जिद का निरीक्षण किये और इस मस्जिद में नमाज पढ़ने वालों से निवेदन किये कि आप सभी लोग बगल के स्कूल में नमाज पढ़ सकते हैं। यहां की स्थिति खराब हो गयी है। जैसे पहले पांचों वक्त की नमाज होती थी उसी तरह आज भी होगी और मस्जिद के मतवाली आबिद हुसैन साहब है और मस्जिद के इमाम मोहम्मद मुसरफिल साहब हैं। इस मौके पर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अबू फखर खां, अतिक अहमद आदि लोग मौजूद थे।