गाजीपुर: जिला अस्पताल में बेपटरी स्वास्थ्य सेवाएं, मरीज हलकान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कहने को तो जिला अस्पताल 200 बेड का है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं न के बराबर। लंबे समय से विशेषज्ञ चिकित्सकों व जनरल सर्जन की कमी के साथ रेडियोलाजिस्ट व पैथोलाजिस्ट के पद रिक्त चल रहे हैं। ऐसे में रोजाना शहर व ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले हजारों मरीजों को बेहतर जांच व उपचार की व्यवस्था से वंचित होना पड़ रहा है। यही नहीं वार्डाें से उठ रही दुर्गंध वहां की साफ-सफाई व्यवस्था की पोल खोल रही है। शुक्रवार को ओपीडी पंजीयन से लेकर कक्ष तक घंटों इंतजार कर रहे मरीजों की भारी भीड़ यहां की अव्यवस्थाओं को बयां करती नजर आई।
आम जनमानस तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं का संचालन तो किया जा रहा है, लेकिन खाली पड़े पदों को भरने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। इसके चलते जिला अस्पताल की स्थिति यह है कि दो बाल रोग विशेषज्ञ जहां फिजिशियन का काम कर रहे हैं वहीं चेस्ट फिजिशियन हृदय रोग संबंधित मरीजों का इलाज कर रहे हैं। यही नहीं रेडियोलाजिस्ट की तैनाती नहीं होने से अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को निजी केंद्रों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं पैथोलाजिस्ट का पद रिक्त होने पर लैब टेक्निशियन द्वारा जांच केंद्र का संचालन किया जा रहा है। सबसे अधिक दिक्कत तो जनरल सर्जन की तैनाती नहीं होने से उठानी पड़ रही है। छोटे से छोटे आपरेशन के लिए भी मरीजों को निजी अस्पताल व गैर जनपद का सहारा लेना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन की ओर से शासन को माहवार जा रही रिपार्ट के बाद स्थिति जस की तस बनी हुई, जिससे काफी दिक्कत का सामना करनी पड़ रही है। इसके अलावा प्रथम व द्वितीय तल पर स्थित वार्डों की साफ-सफाई ठीक न होने से उठ रहा दुर्गंध परेशानी का सबब बन चुका है।
माहवार रिपोर्ट शासन को भेजी जाती है। फिलहाल सीएचसी पर तैनात एक रेडियोलाजिस्ट को सीएमओ के द्वारा अस्पताल से अटैच किया गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ पैथोलाजिस्ट व रेडियोलाजिस्ट की तैनाती के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। इसके अलावा साफ-सफाई के सख्त निर्देश दिए गए हैं। - डा. केएन चौधरी, प्रभारी सीएमएस।
अस्पताल में चिकित्सकों की स्थिति
फिजिशियन- शून्य
जनरल सर्जन- शून्य
हृदय रोग विशेषज्ञ- शून्य
रेडियोलाजिस्ट- शून्य
पैथोलाजिस्ट- शून्य
इएनटी सर्जन- शून्य
एनेथिशिया- एक
चेस्ट फिजिशियन- एक
बाल रोग विशेषज्ञ- दो
नेत्र सर्जन- तीन
आर्थोपैडिक सर्जन- दो
डेंटल - एक