गाजीपुर: पीजी कालेज गाजीपुर शिक्षक और छात्र नेताओं के बीच जंग का बना अखाड़ा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जिले की शिक्षण संस्थानों की शान स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोराबाजार गाजीपुर अब छात्र नेताओं और शिक्षकों का अखाड़ा बन गया है। कुछ दिन पहले कालेज में मांगों को लेकर छात्र संघ के उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय के नेतृत्व में आमरण अनशन चला। इसके बाद शिक्षकों ने छात्र नेता दीपक उपाध्याय के ही खिलाफ धरना प्रदर्शन कर मोर्चा खोल दिया है जिससे पीजी कालेज गाजीपुर छात्र नेता बनाम शिक्षकों के बीच अब जंग का अखाड़ा बन गया है।
कालेज के प्राचार्य डा. समर बहादुर सिंह ने गाजीपुर न्यूज़ टीम को बताया कि छात्र नेता अपनी आचार संहिता तोड़ते हुए कक्षाओं की चेंकिग करने लगे और एक शिक्षिका से उलझ गये जिसको लेकर शिक्षक धरना पर बैठ गये हैं। वहीं छात्र नेता दीपक उपाध्याय का कहना है कि मेरे उपर लगाये गये सारे आरोप बेबुनियाद हैं। कालेज में अराजकता का माहौल है। टीचर पढ़ाने के बजाय टीचर रुप में बैठ कर ठहाके लगाते हैं और पूछने पर कहते हैं कि बच्चे नहीं हैं तो हम क्या करें। इसी क्रम में हम उस दिन कक्षा चेकिंग के लिए गये थे और कक्षा में 100 की संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
लेकिन टीचर महोदया गायब थी। करीब शेड्यूल टाइम से 20 मिनट देर से कक्षा में पहुंची जिसपर हमने कारण जानना चाहा तो बोलीं कि तुम कौन होते हो क्लास चेक करने वाले। तब हमने बताया कि हम छात्रों के प्रतिनिधि हैं जो उनके हितों का ख्याल रखते हैं। हमने टीचर से कोई अभद्रता नही किया है जिसका वीडियो रिकार्डिग हमारे पास है। कालेज में भी सीसी टीवी कैमरा लगा है। प्राचार्य और जिला प्रशासन इसकी जांच करा लें तो दूध का दूध पानी का पानी हो जायेग। छात्र नेता और शिक्षकों के बीच लड़ाई में कौन सच्चा है और कौन झूठा है इस बात का पता तो जांच के बाद चलेगा लेकिन इस द्वंद में होनहार छात्रों का नुकसान हो रहा है जिसकी चिंता किसी को नही है।