गाजीपुर: जिला अस्पताल में स्ट्रेचर व व्हीलचेयर नहीं होने से मरीजों को उठानी पड़ रही परेशानी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जिला अस्पताल के आपातकालीन कक्ष के बाहर हाल में स्ट्रेचर व व्हीलचेयर नहीं रहने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं निर्धारित किए गए स्थान की दीवार पर लिखा स्लोगन सिर्फ में शोभा बढ़ाने काम कर रहा है। करीब दो माह पूर्व निरीक्षण के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश को अस्पताल प्रशासन ने पूरी तरह से ताख पर रख दिया है। ऐसी स्थिति में गंभीर बीमारी से पीड़ित व दुर्घटना में घायल मरीजों को आपातकक्ष तक पहुंचाने के लिए मरीजों के परिजनों को काफी समय लग जाता है व तत्काल इलाज के अभाव में दम तोड़ देते हैं। शिकायत के बावजूद भी वहां तैनात स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बात को अनसुना कर दिया जाता है।
शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों से रोजा करीब एक दर्जन गंभीर बीमारी से पीड़ित व दुर्घटना में घायल करीब 8 से 10 मरीज उपचार के लिए इमरजेंसी वार्ड में पहुंचते हैं। वह अक्सर बेहोशी के हालत में जीवन व मौत के बीच झूलते रहते हैं। उन्हें तत्काल इलाज की आवश्यकता होती है। यही नहीं, ऐसे मरीजों को इमरजेंसी कक्ष तक पहुंचाने के लिए वार्ड ब्याय व स्वास्थ्यकर्मी भी मौजूद रहते हैं। ऐसी स्थिति में परिजनों को आपात कक्ष तक लाने के लिए पहले स्ट्रेचर व व्हील चेयर लाना पड़ता है। इसके बाद स्वयं ही उन्हें गंभीर मरीज को किसी तरह ले जाने के लिए विवश होना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी तो तब बढ़ जाती है जब कोई गंभीर रूप से दुर्घटनाग्रस्त मरीज वहां पुलिस द्वारा लाया जाता है व उनके साथ परिजन नहीं होते हैं। स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के चलते वाहन में ही उपचार के लिए तड़पना पड़ता है व तत्काल इलाज के अभाव में उनकी मौत हो जाती है। जबकि कुछ माह पूर्व निरीक्षण के लिए जिला अस्पताल पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री हाल में स्ट्रेचर व व्हील चेयर न देख बिफर पड़े थे। साथ ही तत्कालीन सीएमएस डा. एसएन प्रसाद पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सख्त दिशा निर्देश दिया था। बेपटरी हो चुकी जिला अस्पताल की व्यवस्था अब तक सुधर नहीं सकी है।