गाजीपुर: शेरपुर गोलीकांड में आया नया ट्विस्ट, जख्मी युवक मंजीत का गोली लगने से इन्कार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भांवरकोल शेरपुर में गोली चलने के मामले में नया ट्विस्ट आ गया है। जख्मी युवक मंजीत यादव (20) ने खुद को गोली लगने से साफ इन्कार कर दिया है। घटना के कुछ ही घंटे बाद खुद ही थाना भांवरकोल मुख्यालय पहुंचे मंजीत ने एसएचओ को बताया कि उस पर किसी ने हमला नहीं किया, बल्कि वह बाइक हादसे में जख्मी हुआ। उसके इस बयान के बाद पुलिस एक कथित हमालवर के भाई को छोड़ दी।
मंजीत के इस बयान को लेकर गांव में चर्चा हो रही है। कुछ लोगों का कहना है कि संभवतः हमलावरों के खौफ से मंजीत अपनी हत्या की कोशिश को बाइक हादसा बताने में ही अपनी भलाई समझा। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि किसी बड़ी प्लानिंग के तहत मंजीत ने अपने हमलावरों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की फिलहाल जरूरत नहीं समझी है, जबकि घटना के बाद मौके पर पहुंचे मंजीत के घरवाले चिल्ला-चिल्ला कर उसे गोली लगने और हमलावरों का नाम ले रहे थे। उसी आधार पर पुलिस ने हमलावरों के घरों पर दबिश दी। एक कथित हमलावर के छोटे भाई को उठा कर थाने पर ले गई थी। दरअसल, मंजीत की छवि भी शेरपुर तथा इलाके में ठीक नहीं है। वह मनबढ़ किस्म का है और कुछ दिन पहले तक बड़क गैंग से जुड़ा रहा है। पिछले साल लालपुर गांव में एक शादी समारोह में गायन को लेकर गोलियां चलने की घटना में उसका नाम भी आया था।
मालूम हो कि बुधवार की दोपहर शेरपुर में खबर फैली कि करीब एक बजे दो बाइक सवार चार बदमाशों ने शेरपुर कलॉ चट्टी से अपने घर शेरपुर खुर्द लौट रहे मंजीत को जबरिया रोके। फिर लात-घूंसों से पिटाई कर उसके सिर में गोली मार कर चलते बने। यह भी बताया गया कि मंजीत को बाइक से पहले जिला अस्पताल और उसके बाद ट्रामा सेंटर बीएचयू भेजा गया है। जाहिर था इस खबर ने शेरपुर सहित पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस भी हरकत में आ गई, लेकिन शाम को मंजीत खुद थाने पहुंचा और गोली लगने से इन्कार कर दिया। बताया कि अचानक उसकी बाइक पलट गई थी। उससे उसके सिर में चोट आई, लेकिन मौके पर उसके घरवालों के हमलावरों के नाम लेने के एसएचओ शैलेश यादव के सवाल पर वह चुप्पी साध लिया।